Latest News नयी दिल्ली पंजाब राष्ट्रीय

Punjab: कड़े मुकाबले में फंसे हैं पंजाब के दोआबा क्षेत्र के पांच दिग्गज, स्टार कंपेनरों ने लगाया जोर


जालंधर। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान को पांच ही दिन बचे हैं। 20 फरवरी को मतदान होगा। इसीलिए सभी पार्टियों के स्टार प्रचारकों ने अपने प्रत्याशियों के लिए पूरा जोर लगा दिया है। एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोआबा के गढ़ जालंधर में रैली करके भाजपा कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया है। पंजाब का दोआबा क्षेत्र दलित बाहुल्य है। हर पार्टी दलित वोट बैंक को अपनी तरफ करने जुटी हुई है। पिछले दिनों बसपा सुप्रीमो मायावती भी नवांशहर में सुखबीर बादल के साथ रैली कर चुकी हैं।

दोआबा में पांच जिले, जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर, नवांशहर और रुपनगर आते हैं। चुनाव में इन पांच जिलों में भी कई सीटों पर त्रिकोणीय और चतुष्कोणीय मुकाबला हो रहा है। जीत हार का अंतर मामूली रह सकता है। खुद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी रुपनगर की श्री चमकौर साहिब विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। आइए नजर डालते हैं 5 प्रमुख सीटों के चुनावी महासमर पर एक नजर।

रूपनगर जिले की श्री चमकौर साहिब विधानसभा सीट भी खूब चर्चा में है। कारण, मौजूदा मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीएम फेस चरणजीत सिंह चन्नी यहां से चौथी बार चुनाव मैदान में हैं। डा. चरणजीत सीएम चन्नी के खिलाफ दूसरी बार भाग्य आजमा रहे हैं। वह पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे थे। भाजपा ने र्शन सिंह शिवजोत और बसपा ने हरमोहन सिंह संधू को चन्नी के खिलाफ मैदान में उतारा है।

जालंधर कैंटः परगट की प्रतिष्ठा दांव पर

यहां से पंजाब कांग्रेस के महासचिव और शिक्षा एवं खेल मंत्री परगट सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। वह तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं। इस बार उन्हें हर तरफ से कड़ा मुकाबला मिल रहा है। अकाली दल ने क्षेत्र से विधायक रह चुके मंझे हुए नेता जगबीर बराड़ को मैदान में उतारा है। जगबीर को टिकट मिलने से नाराज सरबजीत सिंह मक्कड़ भाजपा की टिकट से मैदान में हैं। आप ने ओलंपियन परगट सिंह को टक्कर देने के लिए हाकी में उनके सीनियर रहे ओलंपियन सुरिंदर सिंह सोढ़ी को मैदान में उतारा है।

होशियारपुर में दो पूर्व मंत्रियों में पुरानी लड़ाई

होशियारपुर में निवर्तमान विधायक और पूर्व उद्योग सुंदर शाम अरोड़ा फिर से काग्रेस की ओर से मैदान में हैं। वह 2012 और 2017 में भी चुनाव जीत चुके हैं। पारंपरिक रूप से उनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी तीक्ष्ण सूद से रहा है लेकिन आप के ब्रह्म शंकर जिंपा ने मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है। सूद 2007 में विधायक और मंत्री रह चुके हैं। जिंपा पहले कांग्रेस में थे। निगम चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर आजाद जीते और फिर आप में शामिल हो गए।

फगवाड़ा से भाजपा ने दिग्गज विजय सांपला को उतारा

कपूरथला जिले में फगवाड़ा विधानसभा सीट का चुनाव चर्चा में है। यहां कांग्रेस के निवर्तमान प्रत्याशी बलविंदर सिंह धालीवाल को कड़ा मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला और अकाली दल-बसपा की ओर बसपा प्रदेश प्रधान जसवीर सिंह गढ़ी मैदान में हैं। आप ने कांग्रेस छोड़कर आए पूर्व मंत्री जोगिंदर सिंह मान को मैदान में उतारा है। ऐसे में यहां मुकाबला त्रिकोणीय नजर आ रहा है। फगवाड़ा सीट पर धालीवाल से पहले केंद्रीय राज्यमंत्री सोम प्रकाश का कब्जा था। सांपला 2014 में होशियारपुर से संसदीय चुनाव जीते थे पर 2019 में वहां से सोम प्रकाश जीते। इस तरह सोम प्रकाश और सांपला की सीटें बदल गई हैं।

 

नवांशहर में अंगद का भविष्य दांव पर

jagran

नवांशहर में निवर्तमान विधायक अंगद सिंह का टिकट कांग्रेस ने काट दिया था। इसलिए वह निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस ने यहां से सतवीर सिंह को मैदान में उतारा है। भाजपा ने पूनम माणिक को टिकट दी है।  हालांकि मुख्य मुकाबला अंगद सिंह और अकाली दल-बसपा के प्रत्याशी नछत्तर पाल के बीच नजर आ रहा है। अंगद सिंह का सियासी भविष्य अब उनकी जीत पर टिका है।