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Rajasthan : गुजरात के राजस्थानियों को साधेंगे 100 से ज्यादा भाजपा नेता, कांग्रेस में गहलोत के हाथ कमान


जयपुर। गुजरात विधानसभा चुनाव में 15 लाख राजस्थानियों को साधने के लिहाज से कांग्रेस और भाजपा ने नीचले स्तर के पदाधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक को जिम्मेदारी सौंपी है। भाजपा ने गुजरात की सीमा से सटे राजस्थान के आधा दर्जन जिलों के मंडल स्तर के पदाधिकारियों से लेकर केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, विधायकों एवं पार्टी नेताओं को जिला एवं विधानसभा क्षेत्रवार जिम्मा सौंपा है। भाजपा ने 100 से ज्यादा नेताओं को विधानसभा चुनाव संपन्न होने तक गुजरात में ही रहकर पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में माहौल बनाने से लेकर मतदान करवाने तक जिम्मेदारी निभाने के लिए कहा है।

उधर, कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुजरात के चुनाव पर्यवेक्षक एवं राजस्थान के पूर्व मंत्री डॉ.रघु शर्मा संगठन मामलों के प्रभारी हैं। गहलोत अब तक चार बार गुजरात के विभिन्न जिलों का दौरा कर चुके हैं। वे शनिवार से फिर तीन दिवसीय दौर पर गुजरात जा रहे हैं। गहलोत ने अपनी सरकार के दस मंत्रियों और दो दर्जन विधायकों को गुजरात विधानसभा चुनाव अभियान के लिए तैनात किया है।

गहलोत ने इन सभी से राजस्थान सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करते हुए गुजरात में सत्ता में आने पर इसी तरह की योजनाएं लागू करने का वादा करने के लिए कहा है। उधर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने दो दिन तक गुजरात का दौरा कर वहां बसे राजस्थानियों से पार्टी के पक्ष में मतदान करने का आग्रह किया है।

यह है भाजपा और कांग्रेस की रणनीति

राजस्थान से सटे गुजरात के नौ जिलों कच्छ, पाटल, अहमदाबाद,गांधी नगर, मोडासा, भुज, साबरकांठा, बनासकांठा एवं मेहसाना की 44 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने चुनाव अभियान का जिम्मा 100 नेताओं को सौंपा है। इनमें केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव,गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी, सांसद कनक मल कटारा, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया प्रमुख हैं। पार्टी ने प्रदेश महामंत्री राजस्थान भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुशील कटारा और विधायक नारायण सिंह देवल को प्रभारी बनाया गया है।

अहमदाबाद एवं सूरत में करीब पांच लाख राजस्थानी मतदाता

देवल का कहना है कि अहमदाबाद एवं सूरत में करीब पांच लाख राजस्थानी मतदाता रहते हैं। इन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उधर गहलोत ने अपनी सरकार के मंत्रियों शकुंतला रावत, अशोक चांदना, प्रमोद जैन, रामलाल जाट, उदयपाल आंजना, सालेह मोहम्मद एवं विधायक जदीश चंद, करण सिंह, पानाचंद मेघवाल, अमीन कागजी, हाकम अली, सुरेश मोदी, अशोक बैरवा सहित दो दर्जन नेताओं को चुनाव को चुनाव सम्पन्न होने तक गुजरात में रहने के लिए कहा था। उल्लेखनीय है कि गुजरात के निकट राजस्थान बांसवाड़ा, डूंगरपुर, जालौर, सिरोही, चित्तोड़गढ़ एवं प्रतापगढ़ जिले हैं। इन जिलों के लोग बड़ी संख्या मे गुजरात के विभिन्न जिलों में व्यवसाय अथवा नौकरी के सिलसिले में गुजरात जाकर बस गए हैं।