जयपुर,। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा गुजरने के कुछ दिन बाद ही राजस्थान कांग्रेस के नेताओं में एक बार फिर खीचंतान प्रारंभ हो गई है। राहुल की मंशा को सत्ता और संगठन में लागू करने को लेकर बुधवार को जयपुर में हुए कांग्रेस के अधिवेशन में पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का भाषण नहीं होने से एक बार फिर विवाद बढ़ने लगा है।
सचिन पायलट का नहीं हुआ भाषण
मंच से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंघावा सहित कई नेताओं के भाषण हुए, लेकिन पायलट का भाषण नहीं हुआ। गहलोत समर्थकों का कहना है कि पायलट को बोलने का मौका नहीं दिया गया है। वहीं पायलट खेमे का कहना है कि यदि वे बोलते तो सरकारी भर्ती परीक्षाओं में पर्चा लीक और कानून व्यवस्था पर गहलोत सरकार की खींचाई करते। यह बात उन्होंने पहले ही प्रदेश प्रभारी को बता दी थी।
हर महीने की 28 तारीख को 15 किलोमीटर पैदल चलेंगे नेता
पायलट ने खुद ही नहीं बोलने का निर्णय लिया है। इस बीच कांग्रेस सरकार के मंत्री और विधायक अब हर महीने की 28 तारीख को 15 किलोमीटर पैदल चलेंगे। पैदल चलते हुए मंत्री और विधायक आम जनता की समस्याएं सुनेगे और उनका निस्तारण भी करेंगे।
2023 में फिर बनानी है कांग्रेस की सरकार- डोटासरा
बुधवार को जयपुर में हुए कांग्रेस के अधिवेशन में प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि 2023 में कांग्रेस की सरकार फिर बनानी है। सरकार वापस तब ही आएगी जब हम योजनाओं को जनता के बीच बताएंगे। कार्यकर्ता की दुख तकलीफ है तो उसे हमें दूर करनी होगी। कार्यकर्ता में उत्साह का संचार करना होगा। बैठक में चार प्रस्ताव पारित किए गए हैं। इनमें पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं किए जाने पर केंद्र सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव, राहुल की यात्रा का धन्यवाद प्रस्ताव, राज्य सरकार की योजनाओं से जुड़े प्रस्ताव शामिल हैं। इसके अलावा 16 सुझाव सीएम को सौंपे गए हैं।
कांग्रेस नेता ने यूपी सरकार की तारीफ की
अविशेन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव गजेंद्र सांखला ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवथा की तारीफ करते हुए राजस्थान में बढ़ रहे अपराधों पर चिंता जताई। सांखला ने कहा अपने संबोधन में कहा राज्य में साढ़े आठ बजे बाद शराब बिक रही है। अपराध बढ़ रहे हैं। महिलाओं में भय का माहौल पैदा हो रहा है। वे अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती है। उन्होंने सीएम से कहा शासन इस तरह का शासन होना चाहिए, जैसे यूपी में सरकार फिर सत्ता में आई है। यूपी में कानून व्यवस्था मजबूत थी,इसलिए सरकार वापस बनी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि यूपी की कानून व्यवस्था बेहतर होना सरकार की वापसी का मुख्य कारण है।
कांग्रेस नेता नईमुद्दीन पार्टी कार्यकर्ता पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता नईमुद्दीन ने कहा मेरे क्षेत्र में उपखंड अधिकारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा का कार्यकर्ता है। राहुल की यात्रा के दौरान सीएम को इसकी शिकायत की थी, लेकिन अब तक उसे नहीं हटाया गया। यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गणेश गोघरा ने कहा जिस अधिकारी को मेरी शिकायत पर हटाया गया उसे फिर कुछ दिन बाद उसी पद पर लगा दिया गया। अधिकारी विधायकों के साथ अभद्रव्यवहार करते हैं। विधायक रामलाल मीणा ने कहा अधिकारी सरकार के कामकाज पर बट्टा लगा रहे हैं। ऐसे में सरकार वापस कैसे आएगी। जैसलमेर के जिला अध्यक्ष उम्मेद सिंह ने कहा कि विधायकों की सिफारिश से सरकार में काम होते हुए चार साल हो गए अब तो कम से कम कार्यकर्ता की सुनवाई होनी चाहिए।
गहलोत ने माना- कांग्रेस के जनता से जुड़ाव में कमी आई
गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए माना कि कांग्रेस के जनता से जुड़ाव में कमी आई है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने बहुत मार्मिक बात कही है कि जनता से जुड़ाव करो, मतलब जनता से जुड़ाव में कुछ कमी आई है। हमें जनता से जुड़ने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि लंबा सफर तय करने के बाद यहां तक पहुंची है। आज भी कांग्रेस अपनी नीतियों और सिद्धांतों पर अडिग है। उन्होंने कहा कि 50 साल बाद दलित नेता मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस के अध्यक्ष बने हैं।