हजारीबाग, संस। Ram Navami 2022 देश भर में प्रसिद्ध हजारीबाग की महारामवनमी जुलूस को लेकर जारी सरकार का फरमान आम लोगों, अखाड़ाधारियों से लेकर विधायकों तक को पसंद नही आ रही है। विधायक सत्ता पक्ष को या विपक्ष का, सब चाहते हैं कि सरकार अपने निर्णय में बदलाव लाए, भव्यता के साथ जुलूस निकले। विरोध के स्वर सदर विधायक मनीष जायसवाल, बरही विधायक उमाशंकर अकेला और पूर्व विधायक बरही मनोज यादव बुलंद कर चुके हैं। सदन से लेकर सीएम तक मनीष जायसवाल और बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद के साथ साथ बरही विधायक उमाशंकर अकेला अपनी बात पहुंचा चुके हैं।
बरही के पूर्व विधायक मनोज यादव तो उग्र हैं और हर संभव प्रयास में जुटे है कि जुलूस भव्यता के साथ निकले। पूर्व सांसद महाबीर लाल विश्वकर्मा, पूर्व विधायक लोकनाथ महतो के साथ साथ ऐसे कई जन प्रतिनिधि है जो मुखर होकर इसका विरोध कर रहे हैं।
गाइडलाइन में बदलाव की मांग
हजारीबाग से भाजपा से विधायक मनीष जायसवाल लगातार सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और गाइडलाइन में बदलाव की मांग कर रहे हैं। वही अखाड़ाधारी बैठकों में सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन में बदलाव की मांग कर रहे हैं। रामनवमी समिति के अध्यक्ष पवन गुप्ता का कहना है कि जुलूस में लाखों लोग जुटते हैं। 200 के करीब अखाड़ा हैं। सरकार ने डीजे पर प्रतिबंध लगा दी है। शाम छह बजे के बाद जुलूस पर पाबंदी लगा दी है। ऐसे में गाइडलाइन को पालन करना कैसे संभव है।