रूस। : रूस की सेना (Russian Army) यूक्रेन पर लगातार हमला कर रही है। सोमवार और मंगलवार को रूस की सेना ने कीव पर ड्रोन से भी कई हमले किए थे, जिसके कारण इस हमले में कई लोगों की जान चली गई थी। हालांकि यूक्रेन की सेना लगातार ये दावा कर रही है कि वह रूस के सौनिकों का सामना कर रही है। वहीं, इस बीच रूस के एक कमांडर के एक बयान ने रूस की सेना की
सैन्य अभियान की स्थिति है तनावपूर्ण
रूसी वायु सेना के जनरल सर्गेई सुरोविकिन ने सरकारी समाचार चैनल रोसिया 24 टेलीविजन को बताया, विशेष सैन्य अभियान की स्थिति तनावपूर्ण है। खेरसान के हालातों पर सुरोविकिन ने कहा, इस क्षेत्र में स्थिति काफी कठिन है। दुश्मन जानबूझ कर खेरसान में बुनियादी ढांचे और आवासीय भवनों पर हमला कर रहा है।
यूक्रेन के सैनिक खेरसान की तरफ बढ़ सकते हैं
बातचीत के दौरान रूस के कमांडर ने ये भी स्वीकारा कि यूक्रेन के सौनिक खेरसान शहर की ओर बढ़ सकते हैं, जो पश्चिमी तट पर नीप्रो नदी के पास मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि रूस के लिए पहले की तरह फिर से आपूर्ति करना कठिन हो रहा है, क्योंकि नीप्रो पर मुख्य पुल है जो यूक्रेन की बमबारी के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है।
रूस में स्थापित खेरसान क्षेत्र के प्रमुख व्लादिमीर साल्डो ने कहा कि यूक्रेनी बलों के हमले के जोखिम के कारण चार शहरों से कुछ नागरिकों को निकालने का निर्णय लिया गया था। साल्डो ने एक वीडियो बयान में कहा कि यूक्रेनी पक्ष बड़े पैमाने पर हमले के लिए सेना तैयार कर रहा है।
यूक्रेन पर कामिकेज ड्रोन से हमला
इससे पहले रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर सोमवार को ईरान में बने कामिकेज ड्रोन से कई हमले किए थे। इस हमले में 4 लोगों की मौत हो गई थी। बता दें कि रूस ने ईरान से नए ड्रोन हासिल किए थे जिसके बाद से यूक्रेन पर ड्रोन का इस्तेमाल ज्यादा किया जा रहा है। वहीं ईरान ने रूस को ड्रोन की आपूर्ति करने वाली बात से पूरी तरह से इनकार किया है। यूक्रेन पर मिसाइल हमले के बाद नाटो ने भी कहा था कि यूक्रेनी सेना को इजरायली डिफेंस सिस्टम की जरूरत महसूस हो रही है।
खेरसान पर रूस की पकड़ हुई कमजोर
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले दिनों उस मसौदे पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत यूक्रेन के चार हिस्सों को रूस में शामिल कर लिया गया था। चार हिस्सों में एक खेरसान शहर भी शामिल है। वहीं अब हालातों को देखकर इस बात का अंदाजा लगाना काफी आसान है कि खेरसान पर रूस की पकड़ कमजोर हो रही है।
रूस के लिए क्यों है खेरसान अहम?
खेरसान रूस के लिए काफी अहमियत रखता है। खेरसान एक बड़ा शिप मैन्युफैक्चरर है। यहां मर्चेंट शिप, टैंकर, कंटेनर शिप, आइसब्रेकर, आर्किट सप्लाई शिप बनाई जाती हैं। 2014 में क्रीमिया पर कब्जे के बाद से ही इसकी भौगोलिक स्थिति रूस के लिए रणनीतिक रूप से काफी अहम है। यही कारण है कि रूस ने खेरसॉन पर अपना कब्जा जमाया। हालांकि, अब रूसी सैनिकों