कीव, । रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के आठ दिन बीत गए लेकिन शांति को लेकर अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। हां दोनों देशों के अधिकारियों ने दो दौर की वार्ता कर ली है। पहले दौर की वार्ता में कोई निष्कर्ष नहीं निकला वहीं दूसरे दौर में कुछ सकारात्मक संकेत मिले हैं। साथ ही दोनों देशों की बीच तीसरी बैठक का आयोजन भी जल्द ही किया जाएगा।
दूसरे दौर की बैठक में सुरक्षित कारिडोर के निर्माण को लेकर दोनों देशों ने सहमति जताई है ताकि लोगों की सुरक्षित निकासी संभव हो सके। रूस-यूक्रेन में युद्ध की शुरुआत के आठ दिन बीत गए। यूक्रेन के शहरों में रूस की ओर से मिसाइल हमले किए जा रहे हैं। खार्कीव और कीव में रूसी सेना ने हमले और तेज कर दिए हैं।
रूस वार्ता का इच्छुक लेकिन नहीं रोकेगा हमले
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को यहूदी मूल का बताते हुए कहा कि वह नाजीवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, युद्ध का मकसद यूक्रेन को नाटो में शामिल होने से रोकना है। लावरोव ने कहा कि रूस यूक्रेन से वार्ता के लिए तैयार है। लेकिन वह यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर अपने हमले नहीं रोकेगा। अर्थात बातचीत के साथ यूक्रेन पर हमले भी चलते रहेंगे। लावरोव ने स्पष्ट किया कि परमाणु हमले की धमकी नहीं दी।
गुरुवार शाम बेलारूस में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों की युद्धविराम पर दूसरे दौर की वार्ता शुरू हो गई। वार्ता के लिए रूसी दल बुधवार को ही बेलारूस पहुंच गया था, जबकि यूक्रेनी दल गुरुवार को वहां पहुंचा। देर रात तक जारी वार्ता का परिणाम सार्वजनिक नहीं हुआ है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने हर कीमत पर अपनी आजादी कायम रखने का संकल्प जताया है तो रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने युद्धविराम की अपनी शर्तो को एक बार फिर स्पष्ट किया है। पुतिन ने यूक्रेन से हथियार मुक्त और तटस्थ भूमिका में रहने के लिए कहा है।