नई दिल्ली, । दिल्ली में मुंबई की 26 वर्षीय श्रद्धा वाकर हत्याकांड में हर पल नए खुलासे हो रहे हैं। आफताब और श्रद्धा के बीच तीसरी युवती को लेकर हत्या की आशंका के बीच अब इस मामले में बद्री की एंट्री हो गई है। बताया जा रहा है कि बद्री के कहने पर ही आफताब श्रद्धा को लेकर दिल्ली के छतरपुर इलाके में रहने आया था।
जागरण संवाददाता राकेश कुमार सिंह की पड़ताल के मुताबिक, दिल्ली आने से पहले आफताब श्रद्धा को लेकर हिमाचल प्रदेश गया था। यहीं पर आफताब की बद्री नाम के शख्स से मुलाकात हुई थी। श्रद्धा को घूमना-फिरना बेहद पंसद था। दिल्ली पुलिस ने बताया आफताब और श्रद्धा एक साथ विभिन्न स्थानों की यात्रा करते थे।
बद्री खोलेगा श्रद्धा हत्याकांड के दबे राज
बद्री दिल्ली के छत्तरपुर इलाके में रहता है। बद्री के कहने पर ही आफताब और श्रद्धा छत्तरपुर रहने लगे। किराए पर कमरा लेने से पहले दोनों कुछ दिन बद्री के घर पर ठहरे थे। दिल्ली पुलिस अब बद्री की तलाश में जुट गई है। श्रद्धा हत्याकांड में बद्री कई दबे राज खोल सकता है।
क्राइम ड्रामा देख कर रचा पूरा प्लान
पुलिस के मुताबिक, 18 मई को आफताब और श्रद्धा का किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। इसके बाद आफताब ने श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या कर दी। आफताब ने हत्या के अगले दिन 300 लीटर वाला नया फ्रीज खरीदा और शव को उसने रख दिया। उसने ये आइडिया अमेरिकी क्राइम ड्रामा Dexter (डेक्सटर) से लिया था। 20 मई को आफताब ने श्रद्धा के शरीर को 35 टुकड़ों में काटा और फ्रीज में रख दिए।
कूड़ा उठाने वाले वैन में फेंके सबूत
दिल्ली पुलिस को उसने बताया कि हत्या करने के बाद उसने फर्श से खून को धोने के लिए एसिड के बारे में गूगल पर सर्च किया था। बॉडी को काटने के तरीकों के बारे में भी उसे इंटरनेट से ही सर्च किया था। आफताब ने श्रद्धा और अपने खून से सने कपड़े आफताब ने कूड़ा उठाने वाली वैन में डाल दिये थे, ताकि हत्या का कोई सुराग न बचे।
दूसरी गर्लफ्रेंड को कई बार बुलाया घर
श्रद्धा की हत्या के कुछ दिनों बाद ही आफताब ने दूसरी गर्लफ्रेंड बना ली। फिर उसे अपने घर पर बुलाया भी था। दूसरी गर्लफ्रेंड के आने से पहले आफताब ने श्रद्धा के फ्रिज में रखे बॉडी को निकाल कर रसोई के कबर्ड में रख दिया था। वह जहां भी बॉडी पार्ट्स रखता था उसे सल्फर हाइपोक्लोरिक एसिड नाम के केमिकल से साफ कर देता था ताकि फोरेंसिक जांच के दौरान DNA सैंपल ना मिल सके।
आफताब ने की होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आफताब ने होटल मैनेजमेंट से पढ़ाई की थी। वह दिमाग से बेहद शातिर है। कई सालों तक उसने शेफ का काम किया है। इस दौरान उसने मीट काटने की ट्रेनिंग ली थी। इसी का इस्तेमाल उसने श्रद्धा के शरीर को काटने के लिए किया। दो दिन में उसने श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े किए। फिर अगले 18 दिनों तक रात के दो बजे शव को दिल्ली के अलग अलग इलाकों में फेंक दिया। घर में रखे शव के टुकड़ों से बदबू न आए, इसके लिए उसने रूम फ्रेशनर और अगरबत्ती का भी इस्तेमाल किया।