बापूके आदर्श हमें खुशहाल-करुणामय भारतके निर्माणका रास्ता दिखाते रहेंगे-मोदी
नयी दिल्ली (आससे)। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151वीं जयंती पर आज राष्ट्र कृतज्ञतापूर्वक राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर आज राजधानी दिल्ली में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर आज सुबह सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बापू की समाधि पर जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। महात्मा गांधी की जयंती अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाई जा रही है। अपने संदेश में राष्ट्रपति ने गांधी जयंती पर देशवासियों से अपील की कि वे राष्ट्र की प्रगति और कल्याण के लिए अपने आप को समर्पित करने का संकल्प लें। उन्होंने लोगों से सत्य और अहिंसा के गांधी जी के मंत्रों का अनुसरण करने और स्वच्छ, सक्षम, सुदृढ़ तथा खुशहाल भारत के निर्माण के उनके स्पप्न को साकार करने का भी आह्वान किया। उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने एक ट्वीट संदेश में कहा कि महात्मा गांधी ने अपने जीवन और शिक्षाओं से देशवासियों को सत्य, प्रेम और मानवता की नि:स्वार्थ सेवा का मार्ग दिखाया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की अंत्योदय की सोच, हमें देश के सबसे उपेक्षित लोगों के उत्थान के लिए कार्य करने की प्रेरणा देती रहेगी। राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि गांधी जयंती पर हम अपने प्रिय बापू को नमन करता है। उन्होंने कहा कि हमें उनके जीवन और महान विचारों से बहुत कुछ सीखना है। प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त की है कि बापू के आदर्श हमें खुशहाल और करुणामय भारत के निर्माण का रास्ता दिखाते रहेंगे। कृतज्ञ राष्ट्र ने आज पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी 116वीं जयंती पर नमन किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह विजयघाट स्थित उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। एक ट्वीट संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री भारत के महान सपूत थे, जिन्होंने अनोखी निष्ठा से देश की सेवा की। उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने हरित क्रांति, श्वेत क्रांति और युद्ध काल में जिस तरह देश का नेतृत्व किया वह ाष्ट्र को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। उप राष्ट्रपति ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री सादगी, विनम्रता और बुद्धिमत्ता के प्रतीक थे। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी ने अपने अनुकरणीय नेतृत्व से संकट के समय राष्ट्र का मार्ग दर्शन किया। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी के जय जवान जय किसान के नारे ने समूचे राष्ट्र को आंतरिक और बाह्य खतरों से संघर्ष के लिए ऊर्जा प्रदान की। अपने ट्वीट संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री बड़े विनम्र और दृढ़ संकल्प वाले व्यक्ति थे। वे सादगी के प्रतीक थे और उनका जीवन राष्ट्र के कल्याण के प्रति समर्पित था। प्रधानमंत्री ने कहा कि शास्त्री जी ने भारत के लिए जो कुछ किया उसके लिए राष्ट्र कृतज्ञतापूर्वक उनका स्मरण करेगा। वहीं, संसद के केंद्रीय कक्ष में राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, संसदीय कार्य राज्यमंत्री और भारी उद्योग और लोक उद्यम राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवालय तथा लोकलेखा समिति के सभापति अधीर रंजन चौधरी ने आज महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देने वाले अन्य विशिष्टजनों में अनेक संसद सदस्य और पूर्व संसद सदस्य भी शामिल थे। लोकसभा की महासचिव, श्रीमती स्नेहलता श्रीवास्तव ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए ।