लंदन। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गुरुवार को प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के यूरोपीय संघ के साथ नए ब्रेक्जिट सौदे की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इसके लिए संसद में मतदान करना बहुत मुश्किल होगा।
बता दें कि ऋषि सुनक ने ब्रेक्जिट से जुड़ी समस्याओं के हल और यूरोपीय संघ (EU) के साथ नया समझौता करने के लिए रविवार को अपनी ओर से हर संभव प्रयास करने का संकल्प लिया था। ईयू के साथ समझौता समस्याएं पैदा कर रहे उत्तरी आयरलैंड प्रोटोकॉल से संबंधित है। ऋषि सुनक के पूर्ववर्ती बोरिस जॉनसन ने उस प्रोटोकॉल पर सहमति जताई थी।
‘संसद में वोट करना बहुत मुश्किल होगा’
ब्रिटिश भारतीय नेता ने हाउस ऑफ कॉमन्स को बताया कि नया समझौता सभी संदेह से परे है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमने अब नियंत्रण वापस ले लिया है। हालांकि, बोरिस जॉनसन ने लंदन में गुरुवार को एक ग्लोबल सॉफ्ट पावर समिट में कहा कि संसद में इसके लिए वोट करना उनके लिए बहुत मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि वास्तव में यहां क्या चल रहा है, इसे लेकर हमें स्पष्ट होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुझे खुद वोट करने में बहुत मुश्किल होने वाली है, क्योंकि मेरा मानना है कि हमें कुछ अलग करना चाहिए था।
बोरिस जॉनसन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नया समझौता काम करेगा, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है, तो सरकार के पास उनके द्वारा तैयार किए गए उत्तरी आयरलैंड प्रोटोकॉल विधेयक को फिर से पेश करने की हिम्मत होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि उत्तरी आयरलैंड प्रोटोकॉल विधेयक ब्रिटेन को यूरोपीय संघ की अनुमति के बिना पिछले ब्रेक्जिट प्रोटोकॉल के कुछ हिस्सों को एकतरफा बदलने की अनुमति देता है। जबकि यूरोपीय संघ का दावा है कि इस तरह का कदम अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करता है।
ऋषि सुनक ने संसद से वापस लिया था विधेयक
महीनों तक चली विस्तृत बातचीत के बाद ऋषि सुनक ने सोमवार को विंडसर में यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ एक नए सौदे पर सहमति जताने के बाद इस विधेयक को संसद से वापस ले लिया था।