कीव, मारीपोल की दुर्दशा को दुनिया के समक्ष पेश करने वाली यूक्रेन की डाक्टर यूलिया पाइव्स्का को शुक्रवार को रूसी सेना ने मुक्त कर दिया। वह करीब तीन महीने रूसी सेना की कैद में रहीं। इस दौरान वह बाहरी लोगों से नहीं मिल पाईं और उनके विषय में कोई जानकारी भी दुनिया को नहीं मिल पाई। यूक्रेन में ताइरा के नाम से प्रसिद्ध डाक्टर ने वर्ल्ड आफ वारक्राफ्ट वीडियो गेम के जरिये मारीपोल की दशा की जानकारी दुनिया को दी।
वह अपने शरीर पर छोटा हिडेन वीडियो कैमरा लगाकर मारीपोल की गलियों-सड़कों पर घायलों का इलाज करने के लिए जाती थीं। उस कैमरे में गलियों-सड़कों की तस्वीरें, घायलों की दशा, लाशें, खंडहर आदि के वीडियो ले लेती थीं। जिन घायलों का इलाज करती थीं उनमें यूक्रेन के नागरिक व सैनिक होते थे और रूस के भी सैनिक।
इस तरह से डाक्टर यूलिया और उनकी टीम ने दो हफ्ते में 256 गीगाबाइट मैटर एसोसिएटेड प्रेस (एपी) को भेजा और इंटरनेट मीडिया पर अपलोड किया। मारीपोल की दिल दहला देने वाली तस्वीर जब दुनिया के सामने आई तो रूसी कार्रवाई पर सवाल उठने लगे। रूसी सेना ने इन वीडियो के स्त्रोत और उनकी अपलोडिंग करने वाले की तलाश शुरू की। इसी प्रक्रिया में रूसी सेना डाक्टर यूलिया तक पहुंची। 16 मार्च को यूलिया और उनकी टीम को हिरासत में ले लिया गया।