मैनपुरी। उपचुनाव को लेकर करहल विधानसभा सीट पर राजनीतिक पारा पहले ही गरमाया है। ऐसे में बसपा द्वारा जिला कार्यकारिणी में अचानक परिवर्तन कर संगठन की बागडोर नए जिलाध्यक्ष के हाथ सौंप दी। किसी मामले लेकर कराई गई संगठनात्मक जांच में दोषी मिलने पर जिलाध्यक्ष को हटाकर मनीष सागर को जिम्मेदारी सौंपी है।
उपचुनाव में बसपा पूरा दम भर रही है। स्थानीय नेताओं के बीच मनमुटाव को लेकर पहले ही समर्थकों में बिखराव की स्थिति है। संगठन को मजबूती देने और पार्टी की नीतियों को मतदाताओं तक पहुंचाने के लिए बसपा प्रमुख मायावती ने पूर्व मंत्री एवं मंडल प्रभारियों को करहल की जिम्मेदारी सौंपी है।
Karhal Byelection करहल उपचुनाव में बसपा ने बड़ा दांव खेला है। जिला कार्यकारिणी में अचानक बदलाव करते हुए नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की गई है। इस कदम से चुनावी माहौल और गरमा गया है। बसपा प्रमुख मायावती ने पूर्व मंत्री और मंडल प्रभारियों को करहल की जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी संगठन को मजबूत करने और मतदाताओं तक पहुंच बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है।
प्रेम चंद्र शाक्य को पद से हटाया
महीने भर से सभी घर-घर जाकर मतदाताओं तक संगठन की बात रख रहे हैं। अचानक सोमवार को पार्टी अध्यक्ष ने जिलाध्यक्ष प्रेमचंद्र शाक्य को उनके पद से हटा दिया। जिला प्रभारी का दायित्व संभाल रहे मनीष सागर को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनके साथ नवरतन बौद्ध एवं देवेंद्र बघेल को जिला प्रभारी बनाया है। मंडल को-आर्डिनेटर दीपक पेंटर का कहना है कि पार्टी नेतृत्व द्वारा फेरबदल किया गया है। किसी प्रकरण को लेकर जांच कराई गई थी।