बरेली । प्रदेश में अखिलेश सरकार बन रही है कोई उसे रोक नहीं सकता, लेकिन हम चाहते हैं अखिलेश की सरकार तो बनें लेकिन अकेले दम पर न बनें। बहुमत से न बने, अगर बने तो कांग्रेस के बगैर न बनें। क्योंकि अगर अखिलेश ने अकेले सरकार बना ली तो 2012 से 2017 तक का दौर याद कर लो। कितने दंगे, कितने फसाद, कितनी तकलीफें, कितना आतंकवाद, कितने अपने बच्चों का झूठा एनकाउंटर, कितनी तकलीफों से हमारी मिल्लत को गुजरना पड़ा है। अगर याद है तो उन तकलीफों को याद कर लो। इसलिए भाजपा की सरकार को जाना ही चाहिए। सरकार कांग्रेस की हम जानते हैं कि जरूर नहीं बन रही है, लेकिन हम कांग्रेस को इतना मजबूत बना रहे हैं कि कांग्रेस के बिना अखिलेश यादव की सरकार भी न बन सके। हम बिना किसी लालच के काम कर रहे हैं। हम एक रणनीति के तहत काम कर रहे हैं। यह बातें इत्तेहादे मिल्लत कौंसिल (आइएएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर ने बुधवार को पुराना शहर में आयोजित कांग्रेस के कैंट प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कही। कांग्रेस में शामिल होने की बात कहते हुए कहा कि हमने कांग्रेस को ज्वाइन नहीं किया, केवल समर्थन दिया है। हमने कहा है कि पहले 2022 के वादों को देखते हैं ईमानदारी को देखते हैं उसके बाद 2024 में हम पार्टी में शामिल होंगे।
साइकिल में गया वोट तो…:कैंट विधानसभा में कांग्रेस के इकलौते मुस्लिम प्रत्याशी के लिए वोट मांगते हुए मौलाना तौकीर ने कहा कि अगर अकेला प्रत्याशी भी हार गया तो समझो मुस्लिम जज्बा हार गया। अगर साइकिल में वोट गया तो यह समझ लिया जाएगा कि मुसलमान लालची है, बिकाऊ है। इसे कोई भी खरीद सकता है। सभी को यह साबित करना है कि मुसलमान न तो लालची है न ही बिकाऊ है।