लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी के अहीर को लेकर दिए गए विवादित बयान पर मंगलवार को पलटवार किया है। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि… ”उन शक्तिहीन बेबस मंत्रियों की व्यक्तिगत टिप्पणी पर क्या जवाब देना, सरकार में जिनकी कोई गिनती तक नहीं है। हमारी तो यही प्रार्थना है कि बेचारगी से त्रस्त ऐसे मंत्री जी को सन्मति दे भगवान! यदि अहंकार से मतिभंग होने का कोई उपचार होता तो हम उसके लिए भी सच्चे मन से प्रार्थना करते।”
अखिलेश का यह जवाब गन्ना एवं चीनी विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी की टिप्पणी के बाद आया है।
आवारा जानवर का मुद्दा न उठाने पर की थी टिप्पणी
विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने मणिपुर के मुद्दे पर हंगामा किया और सदन बाधित किया। अखिलेश द्वारा छुट्टा जानवरों का मुद्दा न उठाने के सवाल पर लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा, “अखिलेश यादव अपनी असलियत से भटक रहे हैं। ‘अहीरों’ का काम ही जानवर पालना था। वो अपने पैतृक धंधे को ही भूल रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “गाय और भैंस पालना तो उनके पूर्वजों का मुख्य काम था। चूंकि वो मंत्री के घर में पैदा हुए। मुख्यमंत्री के घर में बड़े हुए। आसमान से राजनीति में टपके हैं। इसलिए उन्हें बार-बार वही बात याद आती है। उनको तो ये सोचना चाहिए कि उनके पूर्वजों का ये धंधा है। जिस नंद बाबा के वो वंशज बनते हैं, उनकी तो नौ लाख गाय थीं।”