सुलतानपुर, । पांचवें चरण के चुनाव के लिए भाजपा ने अपनी ताकत झोंक दी है। रविवार को डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि सनातन संस्कृति के संरक्षण के लिए यूपी में भाजपा बेहद जरूरी है। खासकर ब्राह्मण मतदाताओं को रिझाते हुए कहा कि यह जाति नहीं, बल्कि संस्कृति है। सबके कल्याण की कामना यही करते हैं। विपक्षियों पर तंज कसते हुए कहा कि वे बीते पांच साल में सिर्फ सपने देखते रहे और हम काम करते रहे। दो साल के कोरोना महामारी के दौर में सपा- बसपा का कोई नेता आम जनता की मदद करने नहीं आया। हमने 06 विधायक और तीन मंत्री खो दिए। इसके अलावा सैकड़ों कार्यकर्ता भी इस महामारी की भेंट चढ़ गए। पर, मदद का यह सिलसिला थमा नहीं।
मेला वाली बाग में भाजपा प्रत्याशी सीताराम वर्मा के समर्थन में आयोजित जनसभा में उन्होंने कहा कि भाजपा में टिकट की नाराजगी नहीं चलती है। यह दूसरी पार्टियों में होता है। उन्होंने कहा कि पार्टी में टिकट मांगने वाले प्रचार में लग गए हैं, कोई घर नहीं बैठा है। विपक्ष के सभी दांव फेल हो गए हैं। पहले व दूसरे चरण में जातिवाद का ध्रुवीकरण नहीं चला। पांच साल में भाजपा ने जो वादा किया था, उसे पूरा किया। मंदिर को लेकर विपक्ष तंज कसता रहा, भाजपा ने न सिर्फ तारीख बताई बल्कि, प्रधान सेवक ने शिलान्यास भी किया।
सनातन संस्कृति पर जोर देते हुए पूछा कि अयोध्या में दीपावली मनाने व काशी में डुबकी लगाने वाला कोई सीएमः पीएम मिलेगा क्या ? अयोध्या मामले का जिक्र करते हुए कहा कि कारसेवकों पर गोली चलवाने वालों से क्या उम्मीद कर सकते हैं। पहले कावंड़ यात्रा पर पत्थर बरसते थे, अब हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा होती है। जातिवाद के बंधन में बांधने के लिए चुनाव आया है, विपक्षियों के इस जाल में न फंसे। सपा – बसपा – कॉंग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के चुनाव चिन्ह व चेहरा अलग है। पर, मंतव्य सिर्फ भाजपा को सत्ता में आने से रोकना ही है। बड़ी मुश्किल से यूपी में कानून व्यवस्था का राज हुआ है। जातिवाद का बंधन टूटा है – इसे बचाएं। कहा कि पूर्व सरकार में जब मुजफ्फरनगर में कत्लेआम हो रहा था तो सरकार सैफई में नृत्य देख रही थी। लखनऊ में अफसर -मंत्री क्रिकेट मैच के दौरान मकान – दुकान लूटे जा रहे थे।