Latest News उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय लखनऊ

UP: अंबेडकरनगर में ढहा बसपा का दुर्ग, क्‍लीन स्‍वीप कर सपा ने दोहराया 10 साल पुराना इतिहास


अंबेडकरनगर। समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव में जिले की सभी पांचों सीटों पर जीत का परचम लहरा अपने 10 साल पुराने प्रदर्शन को फिर दोहराया है। इससे पहले 2007 के चुनाव में पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया था और उसका खाता तक नहीं खुल सका था। लेकिन, अब जोरदार जीत से सपा कार्यकर्ताओं में काफी खुशी है। यह अलग बात है कि प्रदेश की सत्ता से एक बार फिर बाहर होने से वह खुलकर इस जीत की खुशी नहीं मना पा रहे हैं।

अंबेडकरनगर की सियासत शुरू से ही सपा-बसपा के इर्द-गिर्द घूमती रही है। सभी सीटों पर दलित मतदाता के निर्णायक स्थिति में होने के कारण बसपा प्रमुख मायावती भी यहां से चुनाव लड़ने से खुद को नहीं रोक सकीं। अकबरपुर सुरक्षित (अब अंबेडकरनगर) लोकसभा सीट से सांसद चुने जाने के साथ बसपा प्रमुख आलापुर सुरक्षित (तब जहांगीरगंज) सीट से विधायक भी रहीं। इससे पहले बसपा ने राम लहर में भी 1993 के चुनाव में सभी पांचों सीटों पर जीत का झंडा गाड़ा था।

इसके बाद 2007 के विधानसभा चुनाव में फिर पांचों सीटों पर हाथी ने सबको चारों खाने चित कर दिया। पूरे प्रदेश में बसपा के गढ़ के रूप में अंबेडकरनगर की पहचान बनी। लेकिन, 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा ने बसपा को कड़ी पटखनी देकर सभी सीटों पर अपना कब्जा जमाया। 2017 में भगवा आंधी के बीच हुए चुनाव में भी बसपा कटेहरी, अकबरपुर और जलालपुर से जीत दर्ज करने में कामयाब रही थी, लेकिन 2022 में ताश के पत्ते की तरह बिखर गई।