- वॉशिंगटन, : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) एक नई जांच टीम के साथ कोविड-19 की उत्पत्ति की जांच फिर से शुरू करने के लिए तैयार है। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए नई टीम बनाया है, जिसमें करीब 20 वैज्ञानिक शामिल हैं। लेकिन, सवाल ये है कि क्या डब्ल्यूएचओ की इस नई टीम को चीन में जाने की इजाजत मिलेगी?
डब्ल्यूएचओ फिर से करेगा जांच
रिपोर्ट के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ की नई टीम में करीब 20 वैज्ञानिक शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ की टीम में प्रयोगशाला सुरक्षा और जैव सुरक्षा के विशेषज्ञ, आनुवंशिकीविद् और पशु-रोग विशेषज्ञ शामिल हैं, जो इस बात से वाकिफ हैं कि वायरस प्रकृति से कैसे फैलते हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि वे चीन और अन्य जगहों पर नए सबूतों की तलाश करेंगे। इसी साल मार्च में डब्ल्यूएचओ-चीन की संयुक्त टीम ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच की थी, जांच के लिए टीम ने चीन के वुहान शहर का भी दौरा किया था, जहां पहली बार कोरोना वायरस के फैलने की खबर आई थी, लेकिन जांच के बाद एक तरह से डब्ल्यूएचओ की टीम ने चीन को पाक साफ करार दे दिया था।
डब्ल्यूएचओ की जांच पर सवाल
मार्च में जांच करने के बाद डब्ल्यूएचओ की जांच टीम ने चीन में ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था, जिसमें डब्ल्यूएचओ की टीम की तरफ से कहा गया था कि ‘इस बात के पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं कि चीन के वुहान शहर में स्थिति प्रयोगशाला से कोरोना वायरस की उत्पत्ति हो सकती है’। डब्ल्यूएचओ की टीम की इस रिपोर्ट पर दुनिया के कई बड़े वैज्ञानिकों ने सवाल उठाए थे। जिसके बाद जुलाई में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने अपनी रिपोर्ट को जांच रिपोर्ट के ‘कमतर’ कहा था और वुहान में अध्ययन के दूसरे चरण की जांच का प्रस्ताव रखा था, जिसमें वुहान शहर में प्रयोगशालाओं और बाजारों का ऑडिट शामिल है। लेकिन, चीन की तरफ से डब्ल्यूएचओ के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था।