नई दिल्ली, । International Yoga Day 2022: हाई कोलेस्ट्रॉल आज के वक्त में एक आम समस्या बन गई है। कोलेस्ट्रॉल हमारी रक्त के अंदर पाया जाने वाला एक मोम जैसा-सा पदार्थ होता है। शरीर को इसकी ज़रूरत कोशिकाओं को स्वस्थ रखने और नई कोशिकाओं का निर्माण करने के लिए भी पड़ती है, लेकिन जब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है तो यह हार्ट डिसीज और स्ट्रोक की वजह बन जाता है। हाई कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए सिर्फ अच्छी डाइट के साथ-साथ व्यायाम भी ज़रूरी है।
खासतौर पर कुछ योगासन हैं, जो आपकी कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।
1. कपालभाति प्राणायाम
यह मेटबॉलिज़म को बेहतर करने में मदद करता है और इससे वज़न भी कम होता है। आपके शरीर की सभी नाड़ियों को शुध करता है।
पेट की मासपेशियों को मज़बूत करता है। शरीर में रक्त के परिसंचरण को सही करता है और इस से चेहरे पर दमक बढ़ती है।
2. चक्रासन
इस आसन का नियमित अभ्यास पेट के अतिरिक्त मोटापे को कम करता है। पाचन और प्रजनन अंगों को स्वस्थ रखता है। लिवर को स्वस्थ बनाता है, जिससे अतिरिक्त फैट्स और कोलेस्ट्रॉल कम होता है। हाथों, पैरों और पीठ की मांसपेशियों को मज़बूत बनाता है। तनाव और अवसाद दूर होता है। आंखों की रोशनी तेज होती है। अस्थमा के रोगियों को इसका अभ्यास नियमित रूप से करना चाहिए।
3. शलभासन
इस आसन के अभ्यास से पेट का हिस्सा खिंचता होता है और पेट के अंग एक्टिवेट होते हैं। इस आसन को करने से भी कब्ज़ में आराम मिलता है।
4. सर्वांगासन
इस आसन को अंग्रेज़ी में शोल्डर स्टैंड कहा जाता है। इसे रोज़ करने से पेट के आसपास के अंग एक्टिवेट हो जाता है और पाचन में सुधार आता है।
5. पश्चिमोत्तानासन
इस आसन का अभ्यास रोज़ करने से किडनी, लिवर, महिलाओं का गर्भाशय और अंडाशय अधिक सक्रिय हो जाता है। इससे मोटापा कम होता है और पेट के आसपास जमा फैट्स दूर होते हैं।
6. अर्ध मत्स्येन्द्रासन
इस आसन को करने से पेट के अंगों की मसाज होती है, लिवर के कार्य और पाचन क्रिया में सुधार होता है। यह अग्न्याशय (pancreas) को भी फायदा पहुंचाता है, जिससे यह डायबिटीज के रोगियों के लिए उपयोगी है।