प्रयागराज: अतीक अहमद गिरोह के शूटर अब्दुल कवि ने 18 वर्ष तक फरार रहने के बाद पुलिस के भारी दबाव के कारण पिछले महीने सीबीआइ कोर्ट में सरेंडर कर दिया, लेकिन इसी गैंग से जुड़ा एक शख्स अब तक लापता है। उसे भी 18 साल से पुलिस तलाश रही है, लेकिन वह नहीं मिल रहा है।
यूपी पुलिस में सिपाही रहा है एहतेशाम
अब्दुल कवि के ही जिले कौशांबी का है यह भगोड़ा एहतेशाम। यूपी पुलिस में सिपाही रहे एहतेशाम को अतीक अहमद के साथ सुरक्षा में तैनात किया गया था लेकिन राजू पाल हत्याकांड के बाद वह फरार हुआ तो फिर कभी सामने नहीं आया। उसे पुलिस विभाग से बर्खास्त भी कर दिया गया।
एहतेशाम कौशांबी में सराय अकिल के पुरखास इलाके का रहने वाला है। उसे 2004 में सांसद चुने गए अतीक अहमद के साथ सरकारी गनर के तौर पर लगाया गया था। इसके कुछ ही महीने बाद जनवरी 2005 में राजू पाल समेत तीन लोगों को जीटी रोड पर सुलेमसराय में गोलियों से छलनी कर दिया गया।
18 साल से है फरार
हत्याकांड में अतीक और अशरफ समेत अन्य गुर्गों को नामजद किया गया था। सबको गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उस कांड के बाद ही एक शूटर अब्दुल कवि तथा अतीक का सरकारी गनर एहतेशाम गायब हो गया था। यह भी संयोग है कि 18 वर्ष तक गायब रहा अब्दुल कवि और अब सिपाही पद से बर्खास्त हो चुका फरार एहतेशाम दोनों कौशांबी में सराय अकिल इलाके के रहने वाले हैं।
18 वर्षों के दौरान उसके खिलाफ कई केस लिखे गए। एहतेशाम के खिलाफ धमकाने, रंगदारी मांगने का केस है। एहतेशाम भी पुलिस को चकमा देते हुए अतीक अहमद के लिए वफादारी निभा रहा है।