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असम-मेघालय सीमा विवाद: जयंतिया हिल्स में स्थिति तनावपूर्ण, भीड़ ने एक सिटी बस सहित तीन गाड़ियां जलाई


असम-मेघालय बॉर्डर पर फायरिंग की घटना के बाद दोनों राज्यों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। मेघालय की राजधानी शिलांग में गुरुवार शाम उपद्रवियों ने एक ट्रैफिक बूथ को आग के हवाले कर दिया। साथ ही एक सिटी बस सहित तीन पुलिस वाहनों में भी आग लगा दी। 22 नवंबर को असम-मेघालय सीमा पर हुई फायरिंग की घटना के विरोध में लोगों ने गुरुवार को कैंडल मार्च आयोजित किया। शिलांग के ईस्ट खासी हिल्स के एसपी एस नोंगटंगर ने बताया कि मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों ने वहां तैनात पुलिस कर्मियों पर पथराव किया और पेट्रोल बम फेंके। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को आंसू गैस के गोले फेंकने पड़े। इस घटना में एक सिटी बस, एक जिप्सी सहित तीन पुलिस वाहनों को नुकसान पहुंचा है। इससे पहले, बुधवार को मेघालय के ग्रामीणों के एक ग्रुप ने असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में एक फॉरेस्ट ऑफिस में कथित रूप से तोड़फोड़ की और आग लगा दी थी। इसके अलावा शिलांग के झालूपारा इलाके में महावीर पार्क के पास SUV में आग लगा दी गई। मेघालय में असम से आए वाहनों पर हमलों की खबरों के बाद, असम पुलिस ने कार चालकों को पड़ोसी राज्य में नहीं जाने की सलाह दी। प्रशासन ने मेघालय के पंजीकरण वाले वाहनों को ही राज्य में प्रवेश की अनुमति दी है।असम और मेघालय दोनों सरकारों ने इस घटना की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग की। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बुधवार को कहा- मैंने घटना के बारे में असम के मुख्यमंत्री के साथ भी चर्चा की है। हम मांग करते हैं कि एक केंद्रीय एजेंसी मामले की जांच करे। NIA या CBI को इस घटना की जांच करनी चाहिए।असम सरकार ने भी इस पर सहमति जताई और कहा कि वे जांच में सहयोग करेंगे। असम के मंत्री जयंत मल्लबरुआ ने भी बुधवार को कहा कि असम सरकार ने केंद्र सरकार से असम-मेघालय सीमा से लगे मुक्रोह इलाके में गोलीबारी की घटना की सीबीआई जांच का अनुरोध किया है।