- इजरायल प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के 12 साल के शासन का अंत करीब नजर आ रहा है। बुधवार को विपक्षी नेता नेतन्याहू को अपदस्थ करने और रक्षामंत्री बेनी गैंट्ज के नेतृत्व वाले कई दलों के साथ सहमति के बाद एक नई सरकार बनाने के बेहद करीब पहुंच चुके हैं। देश के शीर्ष कार्यालय में 12 वर्ष के लंबे कार्यकाल के दौरान बेंजामिन नेतन्याहू देश और विदेश में अक्सर ध्रुवीकरण करने वाली शख्सियत के रूप में पहचाने जाते रहे हैं। उनके कार्यकाल के खत्म होने से घरेलू राजनीति में उथल-पुथल से राहत मिल सकती है हालांकि अमेरिका के कट्टर सहयोगी होने के कारण इस्राइल की विदेश नीति में बड़े बदलाव की संभावना कम ही रहेगी।
बुधवार देर रात मध्यममार्गी नेता यैर लैपिड (57) ने राष्ट्रवादी नफ्ताली बेनेट के साथ समझौता कर लिया है। इसके तहत दोनों नेता बारी-बारी से प्रधानमंत्री के रूप में काम करेंगे। इस बीच दोनों दल अन्य पार्टियों को गठबंधन में शामिल करने पर जोर दे रहे हैं। लैपिड की येश एटिड पार्टी और गैंट्ज की ब्लू एंड व्हाइट पार्टी ने एक साझा बयान में कहा कि वे सरकार की रूपरेखा और लोकतंत्र से संबंधित मुख्य मुद्दों पर सहमत हैं। गैंट्ज नए मंत्रिमंडल में रक्षामंत्री बने रहेंगे। निचले स्तर पर सियासी नियुक्तियों को लेकर कुछ असहमतियों पर भी अंदरखाते समझौता हो गया है और सिर्फ घोषणा बाकी है। विपक्षी गठबंधन के पास इस्राइली संसद ‘कैसेट’ में 61 सदस्यों का समर्थन है, जिन्हें बाद में विश्वास मत हासिल करना होगा।
इस्राइली संसद ‘नेसेट’ में हुए गुप्त मतदान में अनुभवी नेता इसाक हर्जोग को देश के 11वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित किया गया है। लेबर पार्टी के पूर्व नेता हर्जोग (60) देश के ऐसे पहले राष्ट्रपति होंगे जो पूर्व राष्ट्रपति के बेटे हैं। उनके पिता सियाम हर्जोग वर्ष 1983 से 1993 तक इस्राइल के राष्ट्राध्यक्ष रहे हैं।हर्जोग को 120 सदस्यीय संसद में 87 मत मिले और उन्होंने आसानी से अपनी प्रतिद्वंद्वी मिरियम परेत्ज को हरा दिया। वह आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति रिवेन रिवलिन की जगह लेंगे जो सात साल के कार्यकाल के बाद नौ जुलाई को कार्यभार छोड़ेंगे। हर्जोग ने सांसदों को धन्यवाद देते हुए कहा, मैं सभी देशवासियों का राष्ट्रपति रहूंगा।