पटना

इस बार सावन में होगी चार सोमवारी


पटना (आससे)। हिंदू धर्म का सबसे पवित्र माह सावन जुलाई में आरंभ हो रहा है। 24 जुलाई को आषाढ़ मास के समाप्त होते ही 25 जुलाई से सावन आरंभ हो जायेगा। यह 22 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान कुल 4 सोमवार पड़ेंगे। पूरे सावन माह में भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा की जाती है। खासकर, कुंवारी कन्या योग्य वर की प्राप्ति हेतु भगवान भोलेनाथ का विधिपूर्वक व्रत रखती हैं।

इस बार पहली सोमवारी 26 जुलाई को पड़ रही है, जबकि चौथी सोमवारी 16 अगस्त को पड़ेगी। पूरे सावन में भगवान शिव की पूजा विधि-विधान से करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। खासकर, कुंवारी कन्याएं हर सोमवार व्रत रखती हैं तथा सुयोग्य वर की कामना करती हैं। यह व्रत वैवाहिक जीवन सुखद रखने के लिए शादीशुदा महिलाएं भी करती हैं।

हर साल की तरह सावन के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को सावन का शिवरात्रि व्रत पड़ रहा है। सावन शिवरात्रि पूजा 6 अगस्त को पड़ रहा है। इसका पारण 7 अगस्त को किया जायेगा।

पौराणिक महत्व: सावन का महीना भगवान शिव को बेहद प्रिय होता है। इस दौरान भगवान शिव पर पृथ्वी लोक की देखभाल की जिम्मेदारी होती है। वे पृथ्वी लोक पर विचरण करते हैं। शिव भक्त इसी महीने में कांवर लेकर आते हैं और उस कांवर में भरे गंगा जल से शिवजी का जलाभिषेक करते हैं।

सावन के महीने में सोमवार का व्रत रखकर शिव की आराधना करते हैं। इससे शिव जी खुश होकर अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। उनके सभी कष्ट दूर करते हैं। मान्यता है कि कुंवांरी कन्याओं द्वारा सोमवार का व्रत रखने और भगवान शिव की आराधना करने से उन्हें मनवांछित वर प्राप्त होने का वरदान देते हैं।

पूजा विधि: मंदिर या घर के देवालय में भगवान शिव की मूर्ति स्थापित करें, भगवान भोलेनाथ को धूप-दीप-बाती दिखायें, भोले शंकर के मंत्रों का उच्चारण करते हुए उन्हें 1001 बेलपत्र अर्पित करें, जल, दूध, दही से रुद्राभिषेक करें, धतूरा, भांग, गुड़, पुआ, हलवा, कच्चे चने, दूध से बनी मिठाइयां आदि भी अर्पित कर सकते हैं।