डेटा पर दी सफाई
पात्रा ने कहा कि हमने पहले ही कहा है कि महामारी पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि तीन बातें ध्यान देने योग्य हैं. ‘1-केंद्र कहती है कि स्वास्थ्य राज्यों का विषय है. 2-केंद्र कहती है कि हम सिर्फ राज्यों के भेजे डेटा को संग्रहित करते हैं. 3-हमने एक गाइडलाइन जारी की है, जिसके आधार पर राज्य अपने मौत के आंकड़ों को रिपोर्ट कर सकें.’ उन्होंने कहा, ‘किसी भी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर हुई मृत्यु पर कोई आंकड़ा नहीं भेजा. किसी ने ये नहीं कहा कि उनके राज्य में ऑक्सीजन की कमी को लेकर मौत हुई है.’ इसके अलावा प्रवक्ता ने राज्यों की तरफ से दिए गए बयानों का हवाला दिया.
‘टीवी पर कुछ और बाहर कुछ’
पात्रा ने कहा, ‘न्यायाधीशों के सामने महाराष्ट्र सरकार ने माना है कि किसी प्रकार से कोई मृत्यु ऑक्सीजन के कारण नहीं हुई है. छत्तीसगढ़ जहां कांग्रेस की सरकार है वो खुद कह रही है कि हमारे राज्य में एक भी मृत्यु ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी खुद हाईकोर्ट को लिखित में देते हैं कि एक भी मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है. उन्होंने कहा, ‘टीवी पर कुछ और बाहर कुछ.’
उन्होंने कहा कि मैं केजरीवाल और राहुल गांधी को दिल्ली में जयपुर गोल्डन और बत्रा अस्पताल में हुई मौतों की याद दिलाना चाहता हूं. पात्रा के अनुसार, केजरीवाल सरकार ने बताया था कि जो मरीज इन अस्पतालों में मरे हैं तो उनकी मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई. बल्कि गंभीर बीमारी की वजह से हुई.