मलयालम फिल्म ‘जल्लीकट्टू’ 93वें अकादमी पुरस्कार, 2021 में सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय फीचर फिल्म की श्रेणी से बाहर हो गई है। लिजो जोस पेलिसरी द्वारा निर्देशित यह फिल्म भी 93 देशों की फिल्मों की लिस्ट में शामिल थी, जो ऑस्कर के इतिहास में अब तक सबसे अधिक है। यह फिल्स 2019 में बनी थी, जिसे भारत की ओर से अकादमी पुरस्कार के लिए पेश किया गया था। ऑस्कर के लिए जाने से पहले इस फिल्म को भारत और विदेश में कई अवार्डस भी मिल चुके हैं।
पेलिसरीसिन की ‘जल्लीकट्टू’ हरीश और स्टार एंटोनी वर्गीज, चिंबन विनोद जोस, साबुमन अब्दुस्समद और सैंथी बालाचंद्रन की लघु कहानी माओवादी पर आधारित है। इस फिल्स का प्रीमियर 6 सितंबर, 2019 को टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में किया गया था, जिसे व्यापक रूप से आलोचनात्मक प्रशंसा मिली थी।
करिश्मा देव दुबे की ‘बिट्टू’ रेस में शामिल
करिश्मा देव दुबे की शॉर्ट फिल्म ‘बिट्टू’ को ‘बेस्ट लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म’ के लिए ऑस्कर की लिस्ट में शामिल किया गया हैं। यह फिल्म 10 चुनिंदा फिल्मों का हिस्सा है, जिसमें ‘दा यि’, ‘फीलिंग थ्रू’, ‘द ह्यूमन वॉइस’, ‘द किक्स्ल्ड चोइर’, ‘द लेटर रूम’, ‘द प्रेजेंट’, ‘टू डिस्टेंट स्टिजर्स’, ‘द वैन’ और ‘व्हाइट आई’ शामिल हैं।
‘जल्लीकट्टू’ एक सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्म है। जिसमें दो लड़कियों के बीच घनिष्ठ मित्रता के बारे में बताया गया है। यह फिल्म दुनिया भर के 18 फिल्म फेस्टिवल्स में दिखाई जा चुकी है।
ऑस्कर से बाहर हुई भारतीय फिल्मे
बता दें कि भारतीय फिल्म ने कभी ऑस्कर नहीं जीता है। अंतर्राष्ट्रीय फीचर फिल्म की श्रेणी में अंतिम पांच में जगह बनाने वाली 2001 में आशुतोष गोविरिकर की लगान थी। 1958 में ‘मदर इंडिया’ और 1989 में ‘सलाम बॉम्बे’ और दो अन्य भारतीय फिल्मो ने टॉप फाइव में जगह बनाई है। 2019 में जोया अख्तर की ‘गली बॉय’ को 2020 के लिए हुए 92वें एकेडमी अवॉर्ड्स के लिए आधिकारिक तौर पर चुना गया था, लेकिन इस फिल्म को भी बाहर का रास्त दिखा दिया गया था।