भुनवेश्वर। ओडिशा में चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री के विशेष सचिव तथा 1997 बैच के आईपीएस अधिकारी डीएस.कुट्टे को नौकरी से निलंबित कर दिया है। इसके साथ तीन बड़े निर्देश जारी किए हैं।
चुनाव आयोग ने दिए हैं ये भी निर्देश
चिलिका विधायक तथा भाजपा के खुर्दा विधायक उम्मीदवार प्रशांत जगदेव के इवीएम मशीन तोड़ने के मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। उसी तरह से 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी आशीष कुमार सिंह के स्वास्थ्य खराब की जांच भुवनेश्वर एम्स के डाॅक्टर बोर्ड से करने को चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है।
डीएस.कुट्टे के खिलाफ चुनाव आयोग की कार्रवाई
राज्य मुख्य चुनाव अधिकारी की सिफारिश एवं रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयुक्त ने मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत सचिव डीएस.कुट्टे को नौकरी से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही नई दिल्ली स्थित मुख्य आवासीय आयुक्त कार्यालय में बुधवार अपराह्न 3 बजे तक हाजिर होने को निर्देश दिया है।
इसके साथ ही कुट्टे के खिलाफ रहने वाले आरोप पत्र का मसौदा राज्य के मुख्य सचिव को सौंपने का भी निर्देश दिया। डीएस.कुट्टे के खिलाफ नौकरी शर्तावली के अनुसार 30 मई तक जरूरी आरोप पत्र (चार्जशीट) तैयार करने को भी मुख्य सचिव को निर्देश दिया है।
आईपीएस आशीष कुमार सिंह की सेहत की अब होगी जांच
उसी तरह से मुख्यमंत्री के सुरक्षा दायित्व में रहने वाले 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी आशीष कुमार सिंह ने 4 मई से स्वास्थ्य की समस्या बताते हुए छुट्टी ली है। हालांकि, उन पर चुनावी कार्य में संपृक्त होने का बारंबार आरोप आने से उनकी स्वास्थ्य जांच के लिए आयोग ने निर्देश दिया है।
भुवनेश्वर एम्स निदेशक को एक विशेष मेडिकल बोर्ड बनाकर 30 मई तक डाॅक्टर स्वास्थ्य जांच करने को आयोग ने निर्देश जारी किया है। इसे लेकर जरूरी प्रक्रिया करने के साथ ही सिंह किस बीमारी का इलाज करा रहे हैं, उसकी विस्तृत रिपोर्ट 31 मई तक भेजने को निर्देश दिया है।
इसके अलावा चिलिका विधायक तथा खुर्दा विधायक उम्मीदवार प्रशांत जगदेव के खिलाफ इवीएम मशीन तोड़ने के मामले में जरूरी जांच कानून के अनुसार जारी रखने को भी आयोग ने निर्देश दिया है।
भारतीय चुनाव आयोग की कार्रवाई के बाद राजनीतिक प्रतिक्रिया
फाइव टी अध्यक्ष बीजद नेता पांडियन ने चुनाव आयोग के कार्रवाई की निंदा की और कहा कि भाजपा जो चाह रही है, वह कर रही है। भारतीय चुनाव आयोग की कार्रवाई की निंदा करते हुए बीजद नेता तथा फाइव टी अध्यक्ष वी.के.पांडियन ने कहा कि भाजपा जो चाह रही है वह कर रही है।
सीएमओ के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई निंदनीय है। एक ऐसे अफसर के खिलाफ कार्रवाई की गई है, जिसने अपने जान की बाजी लगाकर ओडिशा को नक्सल मुक्त किया है। ऐसे अफसर के खिलाफ कार्रवाई ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमें लग रहा है कि कार्रवाई राजनीतिक उद्देश्य से की गई है। चुनाव के समय केन्द्र की इस तरह की कार्रवाई को आम लोग हजम नहीं कर पा रहे हैं।
पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में अभी भी नक्सल उपद्रव जारी है। हालांकि ओडिशा में जिस अधिकारी ने नक्सल के खिलाफ अपने जान की बाजी लगाकर ओडिशा को नक्सल मुक्त किया। अब ऐसे सच्चे अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
कार्रवाई की भाजपा ने किया स्वागत
डीएस. कुट्टे, आशीष सिंह के खिलाफ कार्रवाई का भाजपा ने स्वागत किया है। राज्य भाजपा के उपाध्यक्ष पीताम्बर आचार्य ने कहा है कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री को गृहबंदी बनाकर रखा गया है। 2 महीने के अंदर हम करीबन 20 बार इसे लेकर शिकायत कर चुके हैं।
प्रदीप पाणीग्राही को एक निर्दलीय उम्मीदवार द्वारा पिटाई करवाई गई। खलिकोट एवं बरगढ़ में भाजपा कर्मी की हत्या की गई। गंजाम जिला में जिला भाजपा अध्यक्ष पर जानलेवा हमला किया गया।
डीएस कुट्टे एवं आशीष सिंह बीजद की चमचागिरी कर रहे हैं। चुनाव अधिकारी के रिपोर्ट के आधार पर इन्हें निलंबित किया गया है।