बेंगलुरु, । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा कि अगर वह पार्टी अध्यक्ष बनते हैं, तो उन्हें पार्टी मामलों के लिए गांधी परिवार की सलाह और समर्थन लेने में कोई शर्म नहीं होगी। क्योंकि गांधी परिवार ने संघर्ष किया है और पार्टी के विकास के लिए अपनी ताकत लगाई है। खड़गे ने कहा कि वह 17 अक्टूबर को होने वाले पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए इस चुनाव में प्रतिनिधि उम्मीदवार हैं।
गांधी परिवार ने कांग्रेस के लिए किया संघर्ष- खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे से जब सवाल किया गया कि क्या वह कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद गांधी परिवार का रिमोट कंट्रोल बने जाएंगे, इसपर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ‘भाजपा इस तरह के अभियान को चला रही है और अन्य लोग इसे मान लेते हैं। सोनिया गांधी ने 20 साल तक संगठन में काम किया है। राहुल गांधी भी अध्यक्ष थे। उन्होंने पार्टी के लिए संघर्ष किया है और इसके विकास के लिए अपनी ताकत लगाई है।’
कांग्रेस की मजबूती के लिए गांधी परिवार की सलाह लेंगे खड़गे
खड़गे ने इस बात पर जोर डाला कि नेहरू-गांधी परिवार ने इस देश के लिए जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी तक और राजीव गांधी से लेकर सोनिया गांधी तक बहुत योगदान दिया है और बलिदान दिया है। उन्होंने कहा, ‘सिर्फ इसलिए कि हम कुछ चुनाव हार गए, ऐसा कहना सही नहीं है। उन्होंने इस देश के लिए अच्छा किया है, उनकी सलाह से पार्टी को मजबूती मिलेगी। इसलिए मैं उनकी सलाह और समर्थन जरूर मांगूंगा। वहां इसमें कोई शर्म की बात नहीं है। अगर आपकी (मीडिया) सलाह से कुछ फायदा होता है, तो मैं इसे भी लूंगा। उन्होंने इस पार्टी के लिए काम किया है और उनकी सलाह लेना मेरा कर्तव्य है।’
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए थरूर और खड़गे के बीच टक्कर
कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार खड़गे ने आज यहां अपने प्रचार अभियान के बीच पार्टी के कुछ प्रदेश नेताओं से मुलाकात की और मीडिया से बातचीत की। पार्टी के अध्यक्ष चुनाव में उनका मुकाबला शशि थरूर से होना है, जिसके नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।