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रक्षा मंत्री का बिना नाम लिए चीन और पाक पर निशाना,


नई दिल्‍ली, । पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने रविवार को कहा कि भारत ने कभी किसी देश को चोट पहुंचाने की कोशिश नहीं की, लेकिन यदि किसी ने भारत पर बुरी नजर डालने की कोशिश की तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। एक वर्चुअल इवेंट में अपने संबोधन में रक्षा मंत्री (Defence Minister) ने कहा कि सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। देश सभी तरह की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है।

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सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

राजनाथ सिंह ने कहा कि सशस्त्र बलों को स्वदेशी अत्याधुनिक हथियारों से लैस करके सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। भारत एक शांतिप्रिय राष्ट्र है जिसने कभी किसी देश को चोट पहुंचाने की कोशिश नहीं की, लेकिन अगर किसी ने भारत में शांति और सद्भाव को बाधित करने की कोशिश की तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्‍होंने नागरिकों से सांप्रदायिक सौहार्द को बरकरार रखते हुए राष्ट्रीय गौरव और देशभक्ति के गुणों को आत्मसात करके राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की अपील की।

 

हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह सैनिकों के संकल्पों को आगे ले जाए

‘मारुति वीर जवान ट्रस्ट’ नाम के एक गैर सरकारी संगठन की ओर से आयोजित किए गए ‘शहीदों को सलाम’ कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि क्षेत्र, धर्म, जाति और भाषा की बाधाओं से ऊपर उठकर सशस्त्र बल के जवान निस्वार्थ भाव से राष्ट्र की सेवा करते हैं। भारत के ये वीर जवान लोगों को विभिन्न प्रकार के खतरों से बचाते हैं। ऐसे में हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और सैनिकों के आदर्शों और संकल्पों को आगे ले जाए। साथ ही देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करे।

शहीदों के परिजनों के प्रति समर्थन हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी

राजनाथ सिंह ने कहा कि नागरिकों को एक मजबूत, समृद्ध और आत्मनिर्भर ‘न्यू इंडिया’ के निर्माण में अपनी भूमिकाएं निभानी चाहिए। रक्षा मंत्री ने शहीदों के परिजनों के प्रति समर्थन को राष्ट्रीय जिम्मेदारी बताई और कहा कि सरकार सेवारत और सेवानिवृत्त सुरक्षा बलों के जवानों के परिजनों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने परिवार को एक सैनिक की सबसे बड़ी ताकत करार देते हुए इसे सैन्‍य बलों के लिए एक तरह का सपोर्ट सिस्टम बताया। रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार इस सपोर्ट सिस्टम को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।