राज्य सरकारों से ऐसे ड्राइवरों का पूल तैयार करने के लिए कहा गया है, जो प्रशिक्षित हों और ‘खतरनाक कार्गो’ का परिवहन कर सकें. इसके संबंध में उनके पास लाइसेंस होना आवश्यक है. सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ऐसे प्रशिक्षित ड्राइवरों की आवश्यकता है, जो 24×7 मौजूदा ड्राइवरों की जगह या उनके पूरक के तौर पर काम कर सकें.
बयान के अनुसार, ‘इस संदर्भ में, मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रशिक्षित ड्राइवरों का एक पूल बनाने की सलाह दी है और ऐसे 500 प्रशिक्षित ड्राइवरों को तुरंत उपलब्ध कराया जाना है और अगले दो महीनों में ड्राइवरों की संख्या को बढ़ाकर 2500 किया जाना है.’ इसके अलावा सरकार ने ड्राइवरों की नियुक्ति के लिए ट्रैनिंग प्रोग्राम की सलाह भी दी है.
डिजिटल उपलब्ध हो सूची
सरकार ने बताया है कि लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई में तैनात किए गए ड्राइवरों की सूची ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएगी. इसके हिसाब से क्रायोजैनिक एलएमओ टैंकर्स के परिवहन के लिए इन लोगों की सेवा ली जा सकती है. इतना ही नहीं इस काम में शामिल ड्राइवरों के टीकाकरण पर भी जोर दिया जाएगा. बयान में बताया गया है कि लिक्विड ऑक्सीजन ले जा रहे ड्राइवरों के लिए खास वैक्सिनेशन ड्राइव शुरू की जा सकती है. इसके अलावा संक्रमित होने की स्थिति में उन्हें अस्पताल में भर्ती और उपचार में भी प्राथमिकता मिलेगी.