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कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये सीएम योगी ने टीम-11 को दिये सख्त निर्देश,


लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के संकट से निपने के लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण पर निगाह रखने के लिये बनाई गई टीम को दिशा-निर्देश जार किये. इस दौरान उन्होंने कहा कि, कोविड मरीजों की चिकित्सकीय सुविधा को सुदृढ़ रखने के लिए सभी आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं. प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुचारू है. प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर जल्द ही 10 नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे. इस कार्य में डीआरडीओ का सहयोग मिल रहा है. 10 नये ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के संबंध में स्थान तय कर आज से ही युद्धस्तर पर कार्यवाही शुरू कर दी जाए. स्वास्थ्य मंत्री एवं अपर मुख्य सचिव स्वास्थय इस पूरी कार्यवाही पर सीधी नजर रखेंगे.

रविवार को घोषित साप्ताहिक बन्दी कोविड संक्रमण के प्रसार को न्यूनतम रखने के लिए लागू किया जा रहा है. सभी जनपदों में इसे प्रभावी बनाया जाए. इस अवधि में पूर्व निर्धारित परीक्षाएं हो सकेंगी. अभ्यर्थी प्रवेश पत्र दिखाकर आवागमन कर सकेंगे. सार्वजनिक परिवहन आधी क्षमता के साथ संचालित किए जाएं. साप्ताहिक बन्दी के दौरान औद्योगिक इकाइयों को बन्दी से छूट होगी.

– सरकारी अस्पतालों में, इमरजेंसी सेवाओं तथा आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, जनरल ओपीडी का संचालन स्थगित किया जाए. टेलीमेडिसिन को प्रोत्साहित किया जाए, ई-संजीवनी एप का व्यापक प्रचार-प्रसार करें. आवश्यकतानुसार अधिकाधिक लोग टेलीमेडिसिन का लाभ ले सकें, इस हेतु चिकित्सकों के नाम, विशेषज्ञता आदि के सम्बंध में विधिवत प्रचार-प्रसार कराया जाए.

मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन 16 मई तक स्थगित रहेगा.

– साप्ताहिक बन्दी के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से जुड़ी आवश्यक सेवाएं एवं आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति यथावत जारी रहेगी. इस अवधि में स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का वृहद अभियान चलाया जाए. पंचायत सामान्य निर्वाचन-2021 के मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों की रवानगी का कार्य संचालित होता रहेगा.

– साप्ताहिक बन्दी के दौरान शादी-विवाह आदि के पूर्व निर्धारित कार्य कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए सम्पन्न होंगे. बंद हॉल में अधिकतम 50 एवं खुले मैदान पर होने वाले आयोजनों में अधिकतम 100 लोग ही उपस्थित हो सकते हैं. इस आदेश का सख्ती से पालन कराया जाए.

सभी जनपदों के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की अनवरत आपूर्ति बनी रहे. खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा मेडिकल ऑक्सीजन की सुचारु आपूर्ति के संबंध में स्थापित कंट्रोल रूम 24×7 सक्रिय रहे. ऑक्सीजन उपलब्धता की दैनिक समीक्षा करें. प्रत्येक जनपद में चिकित्सा कर्मियों, कोविड बेड, दवाओं, मेडिकल उपकरणों तथा ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता हमेशी बनी रहे. एम्बुलेंस सेवाओं का सुचारु संचालन सुनिश्चित हो. किसी प्रकार की आवश्यकता पर शासन को अवगत कराएं.

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग रेमिडीसीवीर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करे. सभी अस्पतालों में अगले 36 घंटों के लिए अनुमानित ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. रेमिडीसीवीर सहित किसी भी प्रकार के जीवनरक्षक दवाओं की कोई कमी नहीं है. सभी जिलों में इनकी उपलब्धता सुनिश्चित रखी जाए. इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता स्वीकार्य नहीं है. राज्य मंत्री अतुल गर्ग इस कार्य की सतत मॉनिटरिंग करेंगे.

निजी मेडिकल कॉलेजों में जहां ऑक्सीजन सिलेंडरों की कमी के कारण आईसीयू बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं, ऐसे संस्थानों को राज्य सरकार द्वारा सिलेंडर उपलब्ध कराया जाएगा. डीजी मेडिकल एजुकेशन इस व्यवस्था को सुनिश्चित करेंगे.

– कोविड विभीषिका के बीच भी किसान हितों को सुनिश्चित करते हुए अब तक 29 लाख 50 हजार क्विंटल गेहूं क्रय किया जा चुका है. क्रय केंद्रों पर कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए. कृषि उत्पादन आयुक्त इसकी सतत मॉनिटरिंग करेंगे. किसानों के भुगतान में विलंब न हो.

लखनऊ स्थित इंटीग्रेटेड कंट्रोल एन्ड कमांड सेंटर अपनी कार्यशैली में सुधार की आवश्यकता है. संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि यह सेंटर जनता के लिए उपयोगी हो, अन्यथा की दशा में सख्त कार्रवाई की जाएगी.

– सभी जिलों में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की संख्या बढ़ाई जाए. एल-2 व एल-3 स्तर के अस्पतालों की संख्या में लागातर बढ़ोतरी की जाए. कहीं भी बेड की कमी कतई न हो. अस्पतालों में प्रशिक्षित मानव संसाधन की व्यवस्था सुनिश्चित करें. चिकित्सा शिक्षा मंत्री के स्तर से इस व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जाएगी.

– कोरोना संक्रमण की दर में बढ़ोतरी हो रही है. थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है. अतः पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भरपूर उपयोग करते हुए लोगों को जागरूक किया जाए. निगरानी समितियों की भूमिका महत्वपूर्ण है. जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार संबंधी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं. सार्वजनिक स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क पूरी तरह सक्रिय रहें. सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य करें. आवश्यकतानुसार इंफोर्समेंट की कार्रवाई भी की जाए.

– संक्रमण प्रसार को न्यूनतम रखने की दृष्टि से यह अत्यन्त जरूरी है कि कंटेनमेंट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू किया जाए.

प्रदेश में हर दिन सवा 02 लाख से अधिक कोविड टेस्ट हो रहे हैं. इसे और विस्तार दिए जाने की आवश्यकता है. कोविड से लड़ाई में टेस्टिंग अत्यंत महत्वपूर्ण हथियार है. अन्य प्रदेशों से आने वाले यात्रियों व लोगों के लिए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन तथा बस स्टेशनों पर रैपिड एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं.