एक ही जगह पर को-वैक्सीन तथा कोविशिल्ड नहीं रखने का डीएम ने दिया निर्देश
गया। जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह की अधयक्षता में कोविड-19 संक्रमण से बचाव एवं सुरक्षा संबंधी विभिन्न विषयों यथा टीकाकरण, कोविड-19 जांच, कंटेनमेंट जोन, जिला नियंत्रण कक्ष के आए हुए काल की समीक्षा, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में भर्ती मरीजों के समुचित इलाज, मगध मेडिकल अस्पताल में जलजमाव से निजात हेतु विचार विमर्श सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में बताया गया कि कोविड-19 टीकाकरण के महाअभियान के दूसरे दिन आज 36259 व्यक्तियों ने कोरोना का टीका लिया है, जो कुल लक्ष्य 29915 का 124 प्रतिशत है। जिला पदाधिकारी ने जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, सिविल सर्जन सहित अन्य स्वास्थ्य विभाग के संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि इसी प्रकार टीकाकरण में कार्य करते रहें ताकि जिले के अधिक से अधिक लोग टीका लेकर खुद को, अपने परिवार को तथा अपने समाज को कोरोना संक्रमण से मुक्त करा सकें।
बैठक में बताया गया कि कुछ प्रखंडों यथा बोधगया 192 प्रतिशत, मानपुर 190 प्रतिशत, बाराचट्टी 182 प्रतिशत, टनकुप्पा 178 प्रतिशत, खिजरसराय 161 प्रतिशत तथा वजीरगंज 146 प्रतिशत द्वारा टीकाकरण मैं उत्कृष्ट कार्य किया है। तथा इन प्रखंडों द्वारा अच्छी उपलब्धि प्राप्त की गई है। गया जिला में कुल 186 टीकाकरण सत्र स्थल बनाए गए थे।
बैठक में डीपीएम स्वास्थ्य द्वारा बताया गया कि गया जिले में ‘आज कुल 5356 सैंपल जांच किए गए, जिनमें से आठ पाजिटिव मरीज’ पाए गए हैं। बैठक में निर्देश दिया गया कि अगर कोई व्यक्ति पाजिटिव होता है तो नेगेटिव होने के बाद अथवा कोरोना के लक्षण समाप्त होनेके 3 महीने के बाद कोरोना का टीका ले सकते हैं।
बैठक में स्पष्ट किया गया कि ‘दूध पिलाने वाली मां कोरोना का टीका ले सकती हैं’ इसमें कोई परेशानी नहीं है। केवल गर्भवती महिला को छोड़कर सभी व्यक्ति कोरोना का टीका ले सकते हैं’ इसमें किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। जिला पदाधिकारी ने आज स्पष्ट रूपसे निर्देश दिया कि सभी टीका सत्र स्थलपर एक ही जगह पर को-वैक्सीन तथा कोविशिल्ड दोनों टीका नहीं रखी जाए। दोनों टीका को अलग-अलग भवन में निर्धारित की जाए तथा स्पष्ट बैनर से उसे प्रदर्शित किया जाए।
जलजमाव से निजात पाने के संबंधमें बताया गया कि ‘नाला निर्माण हेतु नगर निगम को 5 लाख रुपये की अग्रिम राशि दी गई है। जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को अतिशीघ्र नाला के निर्माण करवाने का निर्देश दिया। बैठक में सहायक समाहर्ता, सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्तागण, अधीक्षक मगध मेडिकल, प्राचार्य मगध मेडिकल, प्रभारी पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।