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गाबाके विकेटपर दरारसे सतर्क रहनेकी जरूरत-मोहम्मद सिराज


ब्रिसबेन (एजेन्सियां)। अपने टेस्ट करियर में पहली बार पारी में पांच विकेट लेने के बाद मोहम्मद सिराज भावुक हो गये और उनके लिये अपनी भावनाएं व्यक्त करना आसान नहीं रहा लेकिन इस तेज गेंदबाज ने सोमवार को यहां भारतीय बल्लेबाजों को गाबा के विकेट को लेकर सतर्क किया जिसमें हल्की दरारें पड़ चुकी हैं। सिराज को लगता है कि पिच में कुछ ऐसी खुरदुरी जगह बन गयी हैं जहां से असमान उछाल मिल सकती है। सिराज ने सोमवार को वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा जब वे गेंदबाजी करेंगे तो निश्चित तौर पर पिच में कुछ दरार होने के कारण बल्लेबाजों की दिमाग में थोड़ा भ्रम की स्थिति बनी रहेगी लेकिन हमारे बल्लेबाज इसके लिये तैयार हैं। हम इसके बारे में कल ही जान पायेंगे। इस तेज गेंदबाज से पूछा गया कि क्या लक्ष्य का पीछा करने में उनकी बल्लेबाजी करने की नौबत आयेगी उन्होंने कहा अगर मुझे मौका मिलेगा तो मैं बल्लेबाजी करूंगा। उन्होंने कहा हमारा लक्ष्य यह शृंखला जीतना है विशेषकर इतने अधिक खिलाडिय़ों के चोटिल होने के बावजूद हमारी टीम ने पहली पारी में कड़ी चुनौती पेश की। सिराज ने कहा इसके अलावा जिस तरह से युवाओं को मौके मिले फिर चाहे वह नटराजन हो या वाशिंगटन। इन सभीने इनका फायदा उठाया। मैं विशेष तौरपर युवाओं पर भरोसा दिखाने और मेरा मनोबल बढ़ाने के लिये अजिंक्य रहाणे का आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा मेरे अब्बू चाहते थे कि मेरा बेटा देश की तरफ से खेले और पूरा विश्व उसे खेलते हुए देखे। काश वह आज का दिन देखने के लिये जीवित होते। यह उनकी दुआओं का ही परिणाम है कि मैंने पांच विकेट लिये। मैं निशब्द हूं और अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता हूं।
उन्होंने कहा यह मुश्किल स्थिति थी। अब्बू के निधन के बाद मां से बात करने पर मुझे ताकत मिली और मैंने अपना ध्यान अब्बू का सपना पूरा करने पर लगा दिया। सिराज को इस मैच से पहले केवल दो टेस्ट मैचों का अनुभव था लेकिन उन्होंने सीनियर गेंदबाजों की अनुपस्थिति में आक्रमण की अगुवाई की। उन्होंने कहा मैं खुद को सीनियर गेंदबाज नहीं मानता लेकिन मैंने घरेलू स्तर और भारत ए की तरफ से काफी क्रिकेट खेली है और इससे मुझे मदद मिली। मुझे जस्सी भाई (जसप्रीत बुमराह) की कमी खली और इसलिए मैंने अधिक जिम्मेदारी ली तथा दबाव बनाया।