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हार जैसी ही होगी शृंखलामें बराबरी-रिकी पोंटिंग


ब्रिसबेन (एजेन्सियां)। आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि कई खिलाडिय़ों के चोटिल होने से कमजोर पड़ी भारतीय टीम के खिलाफ शृंृंखला बराबरी पर छूटना दो साल पहले बार्डर-गावसकर ट्राफी में मेजबान टीम को मिली हार से भी बुरा परिणाम होगा। कई खिलाडिय़ों के चोटिल होने के बावजूद भारतीय टीम ने आस्ट्रेलिया के वर्तमान दौर में अपना जुझारूपन और जज्बा दिखाया है। चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में भारत अपने प्रमुख तेज गेंदबाजों, कप्तान विराट कोहली और कुछ विशेषज्ञ बल्लेबाजों के बिना खेल रहा है। पोंटिंग ने कहा मुझे लगता है कि शृंखला का ड्रा होना दो साल पहले मिली हार से भी बुरा होगा। उन्होंने कहा मैं इसको इसी नजरिये से देखता हूं यह जानते हुए कि भारत को शृंखला में २० खिलाडिय़ों में से भी अंतिम एकादश चुनने में कितनी परेशानी हुई। दूसरी तरफ आस्ट्रेलियाई टीम में डेविड वार्नर की अंतिम दो मैच में और स्टीव स्मिथ की वापसी हुई जबकि पिछली बार वे टीम में नहीं थे। पोंटिंग ने कहा शृंखला में बराबरी न केवल हार जैसी होगी बल्कि यह पिछली शृंंखला से भी बुरा परिणाम होगा। शृंखला अभी १-१ से बराबरी पर है। भारत को गाबा में पांचवें और अंतिम दिन जीत के लिये ३२४ रन बनाने हैं और उसके दस विकेट बचे हुए है। अगर शृंखला बराबर रहती है तो बार्डर-गावसकर ट्राफी भारत के पास ही रहेगी। पोंटिंग ने कहा कि आस्ट्रेलिया को जीत के लिये हर संभव कोशिश करनी चाहिए क्योंकि भारत का जुझारूपन निरंतर नहीं बना रहेगा। उन्होंने कहा किसी मौके पर भारत का जुझारूपन कमजोर पड़ेगा। वे जैसा कर रहे हैं वैसा करना जारी नहीं रख सकते हैं और मुझे लगता है कि कल ऐसा हो सकता है। शृंखला के आखिरी दिन ड्रा के लिये खेलते हुए वे कुछ गलतियां करेंगे।

दूसरी तरफ आस्ट्रेलिया जानता है कि उसे शृंखला जीतने के लिये अपना सब कुछ झोंक देना होगा।