पटना

गोपालगंज: सिधवलिया शमशान घाट बना पर्यटन स्थल


गोपालगंज (सिधवलिया)। जिले के सिधवलिया प्रखण्ड के डुमरिया घाट पर अब नारायणी रिवर फ्रंट आकार लेने लगा है। यहाँ कई वर्षो से लोग उक्त डुमरिया घाट को शमशान घाट के रूप में देखा करते थे। यहां बनकर तैयार पक्का घाट व द्वार लोगों को लुभाने लगा है। कोरोना संकट काल के बीच भी नारायणी रिवर फ्रंट को बनाने का काम जारी है। नौ करोड़ की लागत से बनने वाले रिवर फ्रंट के साथ ही छह करोड़ की लागत से दो विद्युत शवदाह गृह व दो परंपरागत शवदाह गृह बनाने का काम भी चल रहा है। जल्द की रिवर फ्रंट बनाने का काम पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही डुमरिया घाट का नारायणी रिवर फ्रंट पर्यटकों को लुभाने लगेगा।

इस मामले में आपको बताता चलूं कि सिधवलिया प्रखंड के डुमरिया घाट का अपना अलग महत्व है। कार्तिक पूर्णिमा सहित अन्य पर्व त्योहार पर जिले के साथ ही सिवान, छपरा, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी जिले से काफी संख्या में श्रद्धालु गंडक नदी में डुबकी लगाने आते है। डुमरिया में बाबा नागेश्वरनाथ का प्राचीन शिवमंदिर है। डुमरिया घाट के महत्व को देखते हुए दिसंबर 2019 में तत्कालीन विधायक सह प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी की पहल पर नौ करोड़ की लागत से डुमरिया घाट पर नारायणी रिवर फ्रंट के साथ ही छह करोड़ की लागत से दो विद्युत शवदाह गृह व दो परंपरागत शवदाह गृह बनाने का काम शुरू किया गया।

डेढ़ साल में रिवर फ्रंट बनाने का काम पूरा करना था। लेकिन इसी बीच कोरोना की पहली लहर के कारण काम बंद हो गया। कोरोना का असर कम होने के बाद फिर से काम शुरू हो गया। कोरोना की दूसरी लहर के बीच भी काम जारी है। रिवर फ्रंट निर्माण कार्य का जायजा लेने पहुंचे भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने बताया कि रिवर फ्रंट के समीप निर्मित दो घाटों का सीता व राम के नाम पर नामकरण किया गया है। यहां सीता घाट पर महिलाएं तथा राम घाट पर पुरुष स्नान करेंगे।

यहां आने जाने वाले पर्यटकों की सुविधा को लेकर मार्ग तथा रिवर फ्रंट सहित मंदिर की तस्वीर गूगल पर डाउनलोड कराया जाएगा। यहां आने के लिए गाड़ियों की जानकारी तथा गाड़ियों की बुकिग की व्यवस्था ऑनलाइन कराया जाएगा। ताकि सर्च कर पर्यटक यहां आसानी से पहुंच सकें। वहीं निर्माण कार्य में लगे संवेदक बबन सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष कोरोना महामारी के दौरान पांच माह तक निर्माण कार्य बाधित था। निर्माण कार्य अब तेजी से कराया जा रहा है। जल्द ही रिवर फ्रंट तथा शवदाह गृह के निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। पर्यटक स्थल का रूप कायम होने से स्थानीय लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है।