चंदौली। भारतीय स्टेट बैंक भारत का सबसे बड़ा बैंक है और अपने नवोन्मेषी उत्पादों के साथ निरंतर अपने ग्राहकों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखता है। देश की आर्थिक प्रगति के साथ एसबीआई इसकी सामाजिक उत्थान की ओर भी निरंतर कार्यशील रहता है। इस संबंध में भारतीय स्टेट बैंक, लखनऊ मंडल के मुख्य महाप्रबंधक शरद सत्यनारायण चांडक ने स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए सीएसआर के अंतर्गत बैंक की ओर से वित्तीय सहायता प्रदान की। स्वास्थ्य के क्षेत्र में श्री चांडक ने चंदौली के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० युगल किशोर राय को शॉल देकर सम्मानित किया और उन्हें बैंक की ओर से नौ लाख सन्तानबे हज़ार रुपए का चेक प्रदान करते हुए कहा कि नि:शुल्क और अच्छी चिकित्सा सुविधा देश के प्रत्येक नागरिक का अधिकार है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारतीय स्टेट बैंक द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को चिह्नित कर उनके ट्रांसफार्मेशन का बीड़ा उठाया गया है। इस वित्तीय वर्ष में देश के 100 से भी अधिक पीएचसी का ट्रांसफार्मेशन एसबीआई द्वारा किया गया है और इसी क्रम में शनिवार को पीएचसी चहनियां, चंदौली के ट्रांसफार्मेशन हेतु यह वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। शरद चांडक ने कहा कि इससे वंचित वर्ग के सभी लोगों को बेहतर और प्रभावी चिकित्सा उपलब्ध कराने में सहायता मिलेगी और देश की प्रगति में एक नया आयाम स्थापित होगा। शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय स्टेट बैंक द्वारा कम्पोजि़ट विद्यालय, इमिलिया, शहाबगंज, चंदौली में स्मार्ट क्लास, सोलर पैनल एवं विद्यालय के जीर्णोद्धार हेतु छ लाख पचास हज़ार की राशि का व्यय किया गया और कार्य सम्पन्न होने के बाद मुख्य महाप्रबंधक शरद चांडक ने इसका वर्चुअल उद्घाटन किया। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक कृष्णानंद पाण्डेय स्टेट बैंक ज्ञानार्जन एवं विकास संस्थान में उपस्थित थे। वहीं वर्चुअली विद्यालय के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की। इस अवसर पर शरद चांडक ने कहा कि देश के भविष्य ये बच्चे हैं और इन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाने का कर्तव्य हम सभी का है। ऐसे में इन्हें जो भी संभव सुविधाएं उपलब्ध हों इसके लिए भारतीय स्टेट बैंक निरंतर प्रयत्नशील है ताकि प्रत्येक बच्चा अपने सपनों को साकार कर मूर्त रूप प्रदान कर सके।