चंदौली। इंडियन बैंक के लॉकर चोरी की घटना से प्रभावित महिलाओं ने गुरुवार को राज्य महिला आयोग की सदस्य शशि मौर्या से मुलाकात करके उनसे अपना दर्द साझा किया। जिला मुख्यालय के डाक बंगले पर मुलाकात में महिलाओं ने प्रशासन की हीलाहवाली व लॉकरपीडि़तों के बजाय बैंक का साथ देने की शिकायत की। साथ 9 मई से फिर से अपना धरना प्रदर्शन शुरू करने की बात कही। इस दौरान रेखा सिंह ने कहा कि इस मामले में चंदौली जिले के जिला और पुलिस प्रशासन का रवैया लॉकरधारियों के प्रति काफी उपेक्षित रहा है। पुलिस प्रशासन भी मामले में केवल लीपापोती कर रहा है। नकली व ऑर्टिफिसियल गहने बरामद करके व इधर-उधर के चोरों को पकड़कर खानापूर्ति कर रहा है। चंदौली पुलिस ने बैंक के अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के बावजूद न तो उन्हें मुलजिम बनाया गया और ना ही उनके ऊपर कार्यवाही की। इससे साफ लगता है कि सब लोग बैंक के साथ मिले हुए हैं और हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। केवल लॉकरधारियों को गोल मटोल जवाब देकर धरना प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है। महिलाओं ने शशि मौर्या से कहा कि पूरे मामले को शासन के संज्ञान में रखा और उन्हें 24 दिन के अंदर मुआवजा दिलाने की पहल होगी। इस मौके पर सुमन तिवारी, लोकनाथ सिंह, राखी सिंह, रेखा सिंह, रिंकू गुप्ता, रामेश्वर सिंह मौजूद थे। ज्ञातव्य हो कि बैंक लाकरधारी अपने सामानों के उचित वापसी के लिए लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन अभी तक उन्हें इसका लाभ नहीं मिल सका। वही लोगों का कहना है कि तकनीकी लाभ का फायदा बैंक अधिकारी ले रहे हैं जो लाकरधारियों से विश्वास घात है। यदि बैंक अधिकारी व पुलिस प्रशासन ठोस पहल करे तो लोगों के माल वापस हो सकते हैं। पकड़े तो गये कई आरोपी जिसका पुलिस समय-समय पर खुलासा भी कर रही है परन्तु इन सब कार्रवाई से लाकरधारियों को निराशा ही हाथ लगी है।