चंदौली

चंदौली।बलुआ घाट पर दुव्र्यवस्था, लोगों में भय


चहनियां। कोरोना संक्रमण के इस आपदा काल में लोगों की लापरवाही और शासन की सुस्ती लोगों पर भारी पडऩे वाली है। कोरोना संक्रमित शवों का दाह संस्कार बलुआ गंगा घाट पर बगैर किसी सुरक्षा के बेधड़क खुले में किये जाने से स्थानीय लोग दहशत में है। कोरोना संक्रमण आये दिन दिन दूना रात चौगुना वाली पंक्ति को चरितार्थ करते हुए अपना पैर पसार रहा है। आये दिन सैंकडों लोगों को मौत की नींद सुला रहा है। ऐसे में लोगों की सुरक्षा के लिए जागरूकता जरूरी है। लेकिन लोगों में लापरवाही और बहशीपन का भूत इस कदर सवार है कि उन्हें अपने साथ साथ आम लोगों की जान की चिन्ता न के बराबर है। जिसका उदाहरण बलुआ स्थित गंगा घाट है जहां प्रतिदिन सैंकड़ों शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है जिसमें अनेक कोरोना संक्रमण से मृत शरीर भी होते है। ऐसे शवों का दाह संस्कार करने आये लोग बगैर किसी सुरक्षा उपकरण के खुले में शव जला दे रहे है और शव के साथ ले आये पीपीई किट, कफन व बांस की लकड़ी ऐसे ही छोड़कर चले जा रहे है जिससे स्थानीय लोगों के साथ साथ अन्य दुसरे शवों के अन्तिम संस्कार के लिए आने वाले लोग संक्रमण के डर से दहशत में है। गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष दीपक जायसवाल व युवा भाजपा नेता अमृत चौरसिया ने जिला प्रशासन से शव दाह संस्कार के लिए समुचित व्यवस्था कराये जाने की मांग किया है ताकि स्थानीय लोगों को संक्रमण का शिकार होने से बचाया जा सके।