वाशिंगटन, । अमेरिका ने ताइवान को आत्मरक्षा में सक्षम बनाने की बात कही है। इस द्वीपीय क्षेत्र पर अपनी नीति में कोई बदलाव नहीं होने की बात दोहराते हुए अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि ताइपे के लिए वाशिंगटन का समर्थन चट्टान की तरह मजबूत है। क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए अमेरिका सहयोग जारी रखेगा।
विदेश विभाग के अधिकारियों ने कहा, ‘अमेरिका की वन-चाइना नीति में कोई बदलाव नहीं है। ताइवान के लिए अमेरिका का समर्थन चट्टान की तरह है।’ उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने मित्रों एवं सहयोगियों के साथ खड़ा है। मित्रों एवं सहयोगियों को समृद्धि, सुरक्षा एवं मूल्यों को आगे बढ़ाने में मदद कर रहा है।
हाल ही में अमेरिका और ताइवान के बीच 10 करोड़ अमेरिकी डालर के मिसाइल समझौते की एक डील हुई है। इस डील को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने मंजूरी दी थी। जानकारों का कहना है कि इस समझौते का मकसद चीन की बढ़ती आक्रामकता की काट के लिए ताइवान की मिसाइल रक्षा प्रणाली को मजबूत प्रदान करना है।
यही कारण है कि अमेरिका की ताइवान से नजदीकियां चीन को चुभती रही हैं। चीन लगातार ताइवान को हथियारों की बिक्री की आलोचना करता रहा है। ऐसी आशंकाएं जताई जा रही हैं कि आने वाले दिनों में चीन का ताइवान पर रुख और सख्त होगा। हाल के दिनों में ताइवान के क्षेत्र में चीन की आक्रामक कार्रवाईयां नजर आई हैं। चीन के लड़ाकू विमान अक्सर ताइवान के हवाई क्षेत्र में उड़ान भरते रहे हैं।