कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जिलाधिकारी ने की स्वास्थ्य व्यवस्था की समीक्षा
जहानाबाद। जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर जिला प्रशासन अस्पतालों की सुविधाओं की लगातार निगरानी में जुटा है। जिलाधिकारी नवीन कुमार एवं डीडीसी मुकुल कुमार गुप्ता ने बुधावार को यहां अधिकारियों के साथ बैठक कर सदर अस्पताल एवं डीसीएचसी में स्थापित किए गए आइसोलेशन वार्ड तथा आईसीयू कक्ष को सुदृढ़ करने के लिए कई जरूरी निर्देश दिए। डीएम ने अधिकारियों से जिले में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का एक-एक कर सभी चीजों का आकलन किया।
इस क्रम में सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष एवं डीसीएचसी के एक आइसोलेशन वार्ड में ऑक्सीजन पाइपलाइन की व्यवस्था करने का निदेश सिविल सर्जन को दिया। डीएम ने बताया कि जिन आइसोलेशन वार्ड एवं इमरजेंसी कक्ष में मरीजों को ऑक्सीजन की अत्यंत आवश्यकता है, वहां पर ऑक्सीजन की निरंतरता को बरकरार रखने के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था कर दी गई है, ताकि जिन सिमटोमेटिक मरीजों का ऑक्सीजन लेवल कम रहा है, उन्हें निर्बाद्ध रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके और किसी भी प्रकार की आपतकालीन परिस्थिति को सफ़लतापूर्वक नियंत्रित किया जा सके।
उन्होने अस्पताल में उपलब्ध किए जाने वाले प्रमुख इलाज सुविधाओं पर लगातार निगरानी रखते हुए उसकी उपलबधता सुनिश्चित रखने के लिए सिविल सर्जन को निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि अस्पातल में स्ट्रेचर, ट्रॉली, ऑक्सीजन फ्लोमीटर, एक आइसोलेशन वार्ड में ऑक्सीजन पाइप लाइन की व्यवस्था, इमरजेंसी वार्ड में पर्याप्त स्टाफ़ की प्रतिनियुक्ति, डीसीएचसी के आइसोलेशन वार्डों में इंटरकॉम की व्यवस्था तथा सदर अस्पताल में इमरजेंसी फ़ोन आदि सुविधाओं को लगातार ठीक रखने के लिए जरूरी कदम उठाएं।
सिविल सर्जन को अस्पतालों में पर्याप्त मात्र में आवश्यक दवाइयों, पीपीई किट, गल्व्स, जांच किट आदि को अद्यतन करना सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही अस्पताल में पीने का पानी, साफ़ शौचालय आदि जैसे आधारभूत सुविधाओं को अपग्रेड करना सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए।
डीएम ने अस्पताल परिसरों में प्रतिनियुक्त किये गये दंडाधिकारियों एवं पुलिस बल को अपने शिफ्ट में सक्रिय रहकर एवं पूरी व्यवस्था का लगातार अनुश्रवण करने को कहा। कोरोना प्रोटोकॉल के अनुपालन हेतु आईसोलेशन वार्ड में मरीजों के परिजनों के जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है, जिसका अनुसरण कराना सुनिश्चित करें। यह संक्रमण की सुरक्षा के लिए प्रोटोकॉल का जरूरी हिस्सा है।
डीएम ने सिविल सर्जन को आईसोलेशन वार्ड एवं इमरजेंसी कक्ष में अतिरिक्त चिकित्सक एवं कर्मियों को तैयार रखने को कहा ताकि प्रतिनियुक्त चिकित्सकों या कर्मियों के अनुपस्थिति होने अथवा अस्वस्थ्य होने पर लोगों को उपलब्ध की जा रही स्वास्थ्य सेवा में किसी प्रकार की बाधा नहीं आए। बैठक में डीएम व डीडीसी के अलावा सिविल सर्जन, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला स्वास्थ्य समिति सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।