पुलिस अधीक्षक ने क्राइम मीटिंग में सभी थानाध्यक्षों को सौंपा टास्क
जहानाबाद। जिले में कोरोना की लहर थमते ही एसपी दीपक रंजन ने अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए विशेष रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। मंगलवार को आयोजित क्राइम मीटिंग में एसपी ने सभी थानाध्यक्षों और ओपी प्रभारियों को अपराधियों पर नकेल कसने के लिए नियमित रूप से थाने में गुंडा परेड कराने का निर्देश दिया है।
एसपी ने बताया कि मासिक अपराध गोष्ठी में सभी थानाध्यक्षों को लंबित कांडो का शीघ्र निष्पादन करने, गंभीर कांडों में फ़रार चल रहे अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी, लंबित वारंट कुर्की का शीघ्र निष्पादन, मद्यनिषेध कानून का कड़ाई से अनुपालन एवं आसूचना संकलन, सीसीटीएनएस की प्रगति की समीक्षा, मानवाधिकार से संबंधित मामलों का शीघ्र निष्पादन, भूमि विवाद से संबंधित मामलों का थाना एवं अनुमंडल स्तर पर नियमित बैठक एवं जनशिकायत से संबंधित परिवादों का शीघ्र निपटारा करने निर्देश दिया गया है।
एसडीपीओ ने अंचल गार्ड से मांगा स्पष्टीकरण
जहानाबाद। एसपी दीपक रंजन के निर्देश पर पुलिसिंग को दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो गई है। इसी कड़ी में एसडीपीओ अशोक कुमार पांडेय ने अंचल गार्ड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दरम्यान चार अंचल गार्ड में से दो नदारद थे। एसडीपीओ ने जब इसकी पड़ताल की तो वहां मौजूद शेष दो होमगार्ड के जवानों ने बताया कि दो गार्ड अंचल अधिकारी के साथ गये है। वहीं एसडीपीओ ने जब वहां का गार्ड बुक को देखा तो हैरान रह गए। उन्हें बताया गया कि लाइन से आने वाले दोनों गार्ड की बुक में कोई इंट्री नही होती है। एसडीपीओ ने इस बाबत अनुपस्थित दोनों गार्ड से स्पष्टीकरण पूछा है। साथ ही उन्होंने अंचल गार्ड को विशेष परिस्थितियों को छोड़कर अंचल कार्यालय से बाहर जाने पर भी नाराजगी जताई है।
इसके अलावा सभी थानाध्यक्षों को गुंडा पंजी, निगरानी डोसियर, फ़रारी पंजी,आदतन अपराधियों का जमानत रद्दीकरण एवं सीसीए के तहत प्रस्ताव समर्पित करने को कहा गया है। सभी थानाध्यक्षों को नियमित रूप से गुंडा परेड आयोजित करने हेतु कड़े निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि विधिा व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी थानाध्यक्ष अपने अपने इलाके में रात्रि गश्त तेज करने के साथ-साथ रेंडम तरीके से वाहनों की जांच भी करें, जिससे अपराधियों की चहलकदमी पर रोक लग सके।
उन्होंने कहा कि सभी थानाध्यक्ष अपने अपने इलाके के कुख्यात अपराधियों की सूची बनाकर उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करें। बैठक में एएसपी मुख्यालय और एसडीपीओ के अलावा सभी थानाध्यक्ष और ओपी प्रभारी मौजूद थे।