पटना

पटना: दवाओं की कालाबाजारी करने वालों की जब्त होगी संपत्ति


आर्थिक अपराध शाखा के एडीजी ने दिए अधिकारियों को निर्देश

पटना। कोरोना महामारी में ऑक्सीजन और दवाओं के कालाबाजारी में संलिप्त लोगों से सख्ती से निपटने की योजना तैयार की गई है। इसके तहत ऐसे लोगों की संपत्ति अब जब्त कर ली जाएगी। पटना आर्थिक अपराध शाखा के उच्चाधिकारियों ने मातहतों को जारी किए गए निर्देश में कहा है कि कालाबाजारी में संलिप्त लोगों की संपत्ति की जांच की जाय। दोष तय होने के बाद अब उनकी संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा।

राज्य में कोरोना महामारी को कुछ तत्वों ने अपनी अवैध कमाई के अवसर के रूप में देखना शुरू कर दिया है। इसके तहत ऑक्सीजन, रेमेडिसिवर इंजेक्शन और दूसरी दवाओं के खरीद-फरोख्त में जमकर कालाबाजारी किया जा रहा है। कुछ एंबुलेंस संचालक रोगियों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए मनमाना वसूली से बाज नहीं आ रहे हैं। इस दिशा में नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और आर्थिक अपराध शाखा की लगातार कार्रवाईयां चल रही हैं। कम से कम डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज करवाया जा चुका है। इसके बाद भी इस महामारी के बीच कुछ लोग अपनी अवैध कमाई से बाज आने को तैयार नहीं हैं।

ऐसे में अब पटना आर्थिक अपराध शाखा के एडीजी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कालाबाजारी और अवैध वसूली करने वाले लोगों को चिन्हित किया जाय। अगर उनके उपर दोष साबित होता है तो उनकी संपत्ति जब्त करने तक की कार्रवाई सुनिश्चित करवाया जाय। विभाग के इस आदेश के आ जाने के बाद दवा तथा इंजेक्शन की कालाबाजारी में संलिप्त तत्वों में भारी हड़कंप मच चुका है।