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झारखंड में चक्रवात ‘यास’ का बरपा कहर, 10 लाख लोग प्रभावित, दो की मौत


  • नई दिल्ली। झारखंड में चक्रवाती तूफान ‘यास’ के कारण पिछले दो दिनों में सात सौ गांवों और दस जिलों के कम से कम दस लाख लोग प्रभावित हुए हैं और तूफान से जहां दो लोगों की मकान गिरने की घटना में मौत हो गई। वहीं 18 अन्य लोग घायल हो गए और एक लापता है। इस बीच आज शाम तक झारखंड में यास तूफान का प्रभाव लगभग समाप्त हो गया।

झारखंड में चक्रवाती यास से 10 लाख लोग प्रभावित
झारखंड के आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव डा. अमिताभ कौशल ने बताया कि पिछले तीन से चार दिनों में तूफान के चलते लगभग बीस हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया लेकिन तेज बारिश के प्रभाव में पिछले दो दिनों में कम से कम डेढ़ हजार मकान ध्वस्त हो गए जिनमें से अधिकतम कच्चे मकान और झोपड़ियां थीं। उन्होंने कहा कि आज देर शाम तक तूफान का प्रभाव राज्य के सभी हिस्सों से समाप्त हो गया फिर भी नदियों में बहने और मकानों के मलबों में दबने से जहां दो लोगों की मौत हो गई, वहीं डेढ़ दर्जन अन्य घायल हो गए जिनमें कुछ की हालत गंभीर है।

मकान गिरने की घटना में दो लोगों की मौत
कौशल ने बताया कि तूफान के चलते राज्य में किसानों की सत्तर से अस्सी हेक्टेअर भूमि पर खड़ी फसलें खराब हो गयीं। उन्होंने बताया कि तूफान से कल भी जहां रांची में मकान गिरने की घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी वहीं कोडरमा में भी एक दीवार गिरने की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि राज्य में अनेक स्थानों पर छोटे पुल बह गये और बिजली के खंभे और तार टूट गए जिससे अनेक क्षेत्रों में लोगों को घंटों तक अंधेरे में रहना पड़ा।

ओडिशा के रास्ते झारखंड में आया तूफान
अधिकारियों के अनुसार तूफान के प्रभाव से राज्य में दस लाख की आबादी प्रभावित हुई और बड़े पैमाने पर संपत्ति का नुकसान हुआ हालांकि शुक्रवार शाम तक इसका प्रभाव लगभग समाप्त हो गया। इससे पूर्व 26 मई की रात्रि लगभग साढ़े आठ बजे यास तूफान ने झारखंड में ओडिशा के रास्ते दस्तक दी थी लेकिन इसका प्रभाव पूर्वी झारखंड में कुछ विशेष नहीं पड़ा क्योंकि झारखंड में प्रवेश से पहले ही हवाओं की गति गिरकर चालीस से पचास किलोमीटर प्रति घंटे ही रह गयी थी।