नई दिल्ली, कांग्रेस ने 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए सोमवार को बेंगलुरु में विपक्षी दलों की मीटिंग बुलाई है, जिसमें करीब 25 दलों के विपक्षी नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।
कांग्रेस द्वारा दिल्ली अध्यादेश के खिलाफ आप को समर्थन देने के बाद इस मीटिंग में आम आदमी पार्टी भी शामिल हो रही है। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली अध्यादेश पर कांग्रेस का समर्थन मिलने पर मल्लिकार्जुन खरगे का धन्यवाद किया है।
दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने मल्लिकार्जुन का धन्यवाद करते हुए ट्विटर पर लिखा, दिल्ली के लोगों के साथ खड़े रहने के लिए खरगे जी को धन्यवाद। यह अध्यादेश भारत विरोधी और राष्ट्र विरोधी है। हम लोगों को इसका डटकर मुकाबला किया जाना चाहिए।
साथ ही केजरीवाल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का एक वीडियो भी रीट्वीट किया है, जिसमें वह मीडिया से बात करते हुए दिल्ली अध्यादेश के विरोध में कांग्रेस के रुख पर कहते हैं, “यह सिर्फ एक व्यक्ति के बारे में नहीं है। अगर देश के लोकतंत्र और संविधान को झटका लगता है तो यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम एकजुट होकर लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए मिलकर काम करें। साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति देश से बड़ा नहीं है…”
वहीं, केजरीवाल से पहले रविवार को आप नेता राघव चड्ढा ने एक ट्वीट कर बताया कि की कांग्रेस ने नई दिल्ली अध्यादेश पर समर्थन मिल गया है और उन्हें इस अध्यादेश का विरोध किया है।
प्रदेश कांग्रेस को आत्महत्या की ओर धकेल रहा है कांग्रेस नेतृत्व: भाजपा
अध्यादेश को लेकर कांग्रेस के प्रदेश नेताओं के विरोध के बावजूद केंद्रीय कांग्रेस नेतृत्व ने विरोध करने के निर्णय की भाजपा ने आलोचना की है। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है की कांग्रेस नेतृत्व ने दिल्ली यूनिट के कार्यकर्ताओं को राजनीतिक आत्महत्या की ओर धकेल दिया।
दिल्ली भाजपा प्रवक्ता ने कहा है की 2013 में आप को सरकार बनाने का समर्थन देकर कांग्रेस ने खुद को 2020 में मात्र चार प्रतिशत वोट पाने वाली पार्टी बना लिया है।
अब फिर आम आदमी पार्टी को समर्थन देकर कांग्रेस ने एक तरह से पार्टी की दिल्ली यूनिट के नेताओं को बता दिया है की अब वह अरविंद केजरीवाल को अपना नेता स्वीकार कर लें। कपूर ने कहा कि अजय माकन जैसे कांग्रेस नेताओं के लिए अपने राजनीतिक भविष्य का निर्णय लेने का समय आ गया है।