Latest News पटना

नीतीश की एकांत में तेजस्वी से मुलाकात से बन रहे नए समीकरणों पर लगा विराम


 बिहार में भाजपा व जदयू की गाड़ी 2025 तक का जनादेश लेकर पटरी पर सरपट दौड़ने निकली, लेकिन 2022 तक आते-आते लगने लगा कि पटरी से उतरने में अब देर नहीं लगने वाली। यह ऐसे ही नहीं लगने लगा था, भाजपा से बढ़ती दूरी और राजद से नजदीकी इस अंदेशे को बल दे रहा था। दोनों ही दलों की बयानबाजी थम गई थी और जदयू व भाजपा में बढ़ गई थी। जातिगत जनगणना के मुद्दे पर भाजपा की चुप्पी, दावत-ए-इफ्तार में तेजस्वी से नजदीकी, नीतीश की एकांत में तेजस्वी से मुलाकात भी इसकी पुष्टि करने लगे थे। सरकार का कामकाज भी ढीला होता जा रहा था। हर सप्ताह होने वाली कैबिनेट की बैठक का महीने भर तक न होना भी इस ओर इशारा कर रहा था। हालांकि नीतीश के दौरे जारी थे और समीक्षा बैठकों व योजनाओं के स्थल निरीक्षण हो रहे थे। लेकिन सन्नाटा बना हुआ था। हालांकि अब सब पटरी पर लौटता नजर आ रहा है और राजद भी किनारे लग गया है।