मोदी सरकार में बड़े बदलाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है। आजको शाम बड़े पैमाने पर विस्तार हो सकता है। 20 से ज्यादा नये चेहरे मंत्रिपरिषद में शामिल हो सकते हैं। मंत्रिपरिषद का ये विस्तार कई अहम संकेत देने वाला है। सरकार के काम-काज को और चुस्त करने की चुनौती है तो वहीं चुनावी गणित और गठबंधन के साथियों को मौका देना है। इसके साथ ही पार्टी और सरकार के लिए निष्ठा दिखाने वाले चेहरों को पुरस्कार देना है।
कैबिनेट विस्तार की बड़ी बातें
- मंत्रिमंडल में 20 से ज्यादा नए चेहरे शामिल होंगे।
- कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल और कुछ की छुट्टी हो सकती है।
- मंत्रिमंडल में यूपी को तवज्यो मिल सकता है।
- महाराष्ट्र, बिहार और पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व बढ़ सकता है।
- उत्तर प्रदेश से अपना दल और निषाद पार्टी को प्रतिनिधित्व मिल सकता है।
- बिहार से जेडीयू, एलजेपी और पारस धड़े की एंट्री हो सकती है।
मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं को सूचना भी दी जाने लगी है। इसके चलते ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनोवाल, नारायण राणे, जदयू नेता आरसीपी सिंह जैसे प्रमुख नेता दिल्ली पहुंच गए हैं। जिन नए चेहरों की चर्चा है उनमें बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी, उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद अजय मिश्रा, सकलदीप राजभर, विनोद सोनकर, महाराष्ट्र भाजपा के सांसद कपिल पाटील, हिना गावित, उड़ीसा से आने वाले सांसद अश्विनी वैष्णव, मध्य प्रदेश की लोकसभा सांसद संध्या राय व हरियाणा की सांसद सुनीता दुग्गल शामिल है।
मोदी कैबिनेट के नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में होगा। लेकिन कोविड प्रोटोकॉल की वजह से कार्यक्रम में सीमित संख्या में ही लोगों को आने की इजाजत होगी। कोरोना के कारण सामाजिक दूरी के नियमों के साथ ही परिवार के सिर्फ एक ही सदस्य शपथ ग्रहण में शामिल होगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शपथ ग्रहण कार्यक्रम के लिए राष्ट्रपति भवन को जानकारी दी गई है। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी बयान सामने नहीं आया है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार पर बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने कहा कि किसी फॉर्मूले की जानकारी नहीं है, हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को इसके लिए अधिकार है। प्रधानमंत्री जो चाहेंगे उसके हिसाब से जो होना होगा, वो होगा।