रेलवे समेत कई सरकारी विभागोंमें नौकरी दिलानेका लालच देकर ठगी करने वाले गिरोहका भण्डाफोड़ कर एसटीएफ की टीमने शनिवारको सिंहपुर रिंगरोडसे चार ठगोंको गिरफ्तार किया। टीमने उनके कब्जेसे पांच मोबाइलफोन, रेलवे और सचिवालय भर्तीके आठ नियुक्ति पत्र, तीन चेक, लैपटाम, छह हजार नकद, दो बाइक बरामद किया है। पकड़े गये ठगोंमें चौबेपुर थाना क्षेत्रके खरगीपुर गांव निवासी रामानुज भारद्वाज उर्फ सुरेश, अजय कुमार गौतम, अनिल भारती (उन्दी शिवपुर) विश्वेश मिश्र करौदी लंका शामिल है।
जानकारीके अनुसार स्थानीय सैन्य खुफिया इकाई (एमआई) वाराणसी को विगत कुछ दिनोंसे वाराणसी और आसपास के जनपदों में सचिवालय, बी एच यू और रेलवेमें नौकरी दिलानेके नामपर एक गिरोह सक्रिय होने की इनपुट मिल रही थी। सैन्य खुफिया इकाई की टीम ने इसकी सूचना एसटीएफ (वाराणसी इकाई) को देकर काररवाई करनेके लिए निर्देशित किया गया। एसटीएफ टीम को अभिसूचना संकलनके दौरान शनिवारको सूचना मिली कि नौकरी दिलानेके नामपर लोगोंसे लाखों की ठगी करने वाले गिरोह सारनाथ थाना क्षेत्रके रिंगरोड सिंहपुर में खड़े है। इस सूचनापर एसटीएफ की टीम ने रिंगरोड पर घेरेबंदी कर चार ठगोंको धरदबोचा। टीमने उनके कब्जेसे छ: हजार रुपये नकद, पांच कीमती मोबाइल फोन, बैंकके तीन चेक, एक लैपटाप और दो मोटरसाइकिल बरामद किया। पकड़े गये लोगोंसे की गयी कड़ी पूछताछमें एसटीएफ की जानकारी हुई कि उक्त गिरोह वर्ष २०१७ सक्रिय है जो इंटरनेट पर सरकारी नौकरी की बेवसाइट चेक किया करते थे इसके बाद इन लोगोंने लंका थाना क्षेत्रके सुन्दरपुर स्थित मैटिक्स कम्प्यूटरके मालिक विश्वेश मिश्र से सम्पर्क किया और उसे पैसे की लालच देकर बीएचयू समेत कई विभागोंकी फर्जी वेबसाइट बनवायी गयी। नौकरी दिलानेके लिए उक्त गिरोह पांच, पांच लाख रुपये की मांग करते थे।