पटना

पटना: 559 केंद्रों पर हुई दारोगा बहाली की परीक्षा


छह लाख परीक्षार्थी हुए शामिल, दारोगा बहाली में पूछे गये प्रश्न अब तक हुई परीक्षाओं से ज्यादा कठिन

पटना (आससे)। बिहार पुलिस सबऑर्डिनेट सर्विस कमीशन की ओर से बिहार पुलिस में दारोगा (एसआइ) और सार्जेंट के 2213 पदों पर भर्ती के लिए रविवार को परीक्षा हुई। पेपर लीक होने की अफवाहों के बीच दोनों पालियों की परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई। पूरे प्रदेश भर में इसके लिए 559 परीक्षा केंद्र बनाये गये थे, जिसमें करीब छह लाख अभ्यर्थी शामिल हुए।

लिखित परीक्षा दो पालियों में हुई। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10 बजे से 12 बजे तक तथा दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2:30 बजे से 4:30 बजे तक चली। दो घंटे की परीक्षा में दो-दो अंक के कुल 100 वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे गये। इसमें 30 प्रतिशत मार्क्स लाने वाले क्वालिफाइ होंगे। क्वालिफाइन होने वाले परीक्षार्थी ही मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे। प्रारंभिक परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर रिक्तियों के 20 गुणा सफल अभ्यर्थियों का चयन आरक्षण कोटिवार होगा। पटना में 57 केंद्रों बनाये गये हैं। 57 केंद्रों पर 34 हजार 52 परीक्षार्थियों को शामिल होना था, लेकिन कुछ परीक्षार्थी अनुपस्थित रहें।

परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह उड़ती रही. लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई। एग्जाम सेंटर पर परीक्षा शुरू होने से पहले ही आंसर भी बेचे जा रहे थे। इसके साथ ही लोगों के वाट्सएप पर परीक्षा के आंसर भी वायरल हो रहे थे। कुछ शरारती तत्वों द्वारा यह उत्तर 100 से पांच सौ रुपये में कई सेंटर पर बेचे भी गये। शहर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों ने बताया कि आठ-दस की संख्या में कई लोग आंसर का प्रिंट लेकर बेच रहे थे, तो कोई तुरंत वाट्सएप पर देने की बात कर रहा था। यह घटना कई सेंटर पर घटी, लेकिन परीक्षा बाद जब परीक्षार्थियों से इसकी पुष्टि की गयी तो कई लोगों ने एक सेट के तीन-चार प्रश्न पत्र मिलने की बात कही है। हालांकि कुछ परीक्षार्थी इससे इनकार भी कर रहे हैं। सभी परीक्षार्थियों की अपनी-अपनी राय है। कई लोगों ने वायरल प्रश्न पत्र से कुछ आंसर को सही कह रहे हैं, तो कई लोगों ने कहा कि इस तरह का कोई ऑप्शन नहीं था।

पटना में रविवार को हुई परीक्षा में करीब 34 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए। पेपर लीक होने की अफवाहों गुरुवार से से ही चरम पर रही। इन अफवाहों के बीच परीक्षा समाप्त हुई। परीक्षार्थी सुबह से ही सेंटर पर पहुंच गये थे, तो कोई अपनी रात सेंटर पर ही बिताया। सेंटर के आसपास खाली जमीन और फुटपाथ पर ही लोग अपना समय बिताया।

परीक्षा विशेषज्ञ गुरु डॉ एम रहमान ने बताया कि अब तक जितने भी दरोगा के परीक्षा हुई है उसके मुकाबले इस बार के प्रश्न ज्यादा कठिन थे। अगर कहा जाये तो प्रश्न कांसेप्ट पर ज्यादा आधारित थे। फैक्ट पर कम प्रश्न पूछे गये थे। इतिहास, भूगोल, राजव्यवस्था, विज्ञान आदि से प्रश्न पूछे जाने की परंपरा रही है पर इस बार समाजशास्त्र तथा विश्व इतिहास से भी प्रश्न पूछे गये थे। अगर समसामयिकी की बात की जाये तो 2019 तथा 2020 से भी प्रश्न पूछे गये थे। प्रश्न घुमावदार थे, जिस पर ज्यादा दिमाग लगाने की जरूरत थी। जिन छात्र-छात्राओं ने एनसीआरटी टेक्स्ट बुक आदि का अध्ययन किया होगा निश्चित रूप से उसकी परीक्षा अच्छी गयी होगी। एक प्रश्न के लिए दो अंक दिये जाने का प्रावधान है।

इस परीक्षा में गलत उत्तर दिये जाने पर 0.25 अंक काटे जाने का प्रावधान है। डॉ रहमान ने बताया कि इस बार का कटऑफ जनरल 65-68, ओबीसी 62-65, इबीसी 59-62, एससी 52-54, एसटी 53-55, इडब्ल्यूएस 60- 62 तथा महिला का कटऑफ 40 से 45 जाने का अनुमान है।