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- वर्ष 2021-22 के लिए ऑनलाइन आवेदन देने की तिथि 30 तक
- पिछड़ा वर्ग-अत्यंत पिछड़ा वर्ग प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति योजना
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(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा दी जाने वाली तीन वर्षों की प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति के लिए आठ लाख 58 हजार 403 छात्र-छात्राओं के आवेदन आये हैं। इनमें वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए एक लाख 83 हजार 193, वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए तीन लाख 23 हजार 366 एवं वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए तीन लाख 51 हजार 844 छात्र-छात्राओं के आवेदन पड़े हैं। वित्तीय वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 के लिए तो आवेदन देने की मियाद सोमवार को पूरी हो गयी है, लेकिन वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए ऑनलाइन आवेदन देने की तिथि 30 नवंबर तक है।
अन्य पिछड़ा वर्ग प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति योजना के तहत वर्ग-11 एवं उच्चतर कक्षा तथा डिप्लोमा, डिग्री, पोस्टग्रेजुएट स्तर तक का मेडिकल, इंजीनियरिंग, प्रबंधन एवं अन्य प्रवेशिकोत्तर कोर्सों में अध्ययनरत अन्य पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं को निर्धारित दर पर प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति प्रदान किये जाने का प्रावधान है। इस योजना के अंतर्गत प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति प्राप्त करने हेतु पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं की पारिवारिक वार्षिक आय की अधिकतम सीमा 1.50 लाख रुपये थी, जिसे बढ़ा कर वित्तीय वर्ष 2020-21 के प्रभाव से 2.50 लाख रुपये कर दी गयी है। वित्तीय वर्ष 2021-22 से योजना के अंतर्गत अनाच्छादित 2.50 लाख रुपये से तीन लाख रुपये तक की आय अधिसीमा के अंतर्गत पात्र पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को लाभान्वित किये जाने हेतु राज्य योजना से मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति योजना की स्वीकृति प्रदान की गयी है।
अन्य पिछड़ा वर्ग प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति योजना से अनाच्छादित 2.50 लाख रुपये से अधिक एवं तीन लाख रुपये तक की वार्षिक आय अधिसीमा के तहत अर्हता रखने वालेपिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर निर्धारित दर से छात्रवृत्ति प्रदान करने हेतु वित्तीय वर्ष 2021-22 से मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति योजना की स्वीकृति प्रदान की गयी है। यह एक राज्य योजना है। इसका क्रियान्वयन शिक्षा विभाग के माध्यम से कराया जा रहा है।