पटना सिटी (आससे)। बिहार के कोविड अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज में मौत का ताड़व जारी हैं ऐसे में सोमवार को कोरोना संक्रमित 17 मरीजों ने दम तोड़ दिया साथ ही लगातार 21 दिनों में 252 मरीजों की मौत हो गयी है।
इस बात की जानकारी देते हुए अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि जिन संक्रमित मरीजों ने दम तोड़ा उसमें मौजीपुर, फतुहा, पटना के नकुल पंडित के 18 अप्रैल से भर्ती 45 वर्षीय पुत्र राज नारायण प्रसाद, कंकड़बाग पटना के सुरेन्द्र प्रसाद के 19 अप्रैल से भर्ती 30 वर्षीय राजीव कुमार, औरगाबाद के नवल किशोर प्रसाद के 20 अप्रैल से भर्ती 76 वर्षीय चंद्रावति देवी, सिवान के राम सुंदर तिवारी के 23 अप्रैल से भर्ती 60 वर्षीय पुत्र अरूण कुमार तिवारी, रानीपुर चकिया बाइपास पटना सिटी के स्व-मुद्रिका प्रसाद के 27 अप्रैल से भर्ती 70 वर्षीय विजय प्रसाद, बुद्वाचक परसा पटना के राम नगिना जायसवाल के 29 अप्रैल से भर्ती 66 वर्षीय पुत्र विभूति प्रसाद, कंकड़बाग पटना के अटल बिहारी शरण के 30 अप्रैल से भर्ती 64 वर्षीय पत्नी मीरा शरण, दर्जी टोला सिवान के स्व-भागवत लाल के 30 अप्रैल से भर्ती 72 वर्षीय पुत्र अवध किशोर प्रसाद, पश्चिम दरवाजा पटना सिटी के स्व-केशव सिंह के 1 मई से भर्ती 91 वर्षीय राम लखन सिंह, दानापुर पटना के राम चंदर चौधरी के 1 मई से भर्ती 77 वर्षीय पत्नी श्यामा देवी,नकाशपिंड पटना सिटी के स्व. ब्रहमदेव सिंह के 1 मई से भर्ती 58 वर्षीय पुत्र सत्येन्द्र कुमार, एकंगर सराय नालंदा के नवीस कुमार के 2 मई से भर्ती 47 वर्षीय पत्नी इंदू देवी, खगड़िया के अरुण कुमार चौधरी के 2 मई से भर्ती 42 वर्षीय पत्नी शिव कुमारी, सिपारा पटना के स्व-काशी नाथ मिश्रा के 2 मई से भर्त्ती 75 वर्षीय पुत्र विंघ्याचल मिश्रा, मीठापुर पटना के सालु प्रसाद के 2 मई से भर्ती 45 वर्षीय पुत्र अमर शेखर, एसआई कॉलोनी लोहियानगर पटना के देवी दयाल प्रसाद के 2 मई से भर्ती 59 वर्षीय पुत्र अशोक कुमार, सकरी गली आलमगंज पटना सिटी के स्व-ब्रदीनाथ वर्मा के 2 मई से भर्ती 53 वर्षीय सुनिल कुमार शामिल है।
अधीक्षक ने बताया कि अब तक 476 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। साथ ही सभी लाशों को भारत सरकार व डब्लू-एच-ओ के दिशा-निर्देश पर बॉडी को सैनेटाइज कर सरकार के तरफ से उपलब्ध प्लास्टिक कंवर में डालकर बिना परिजन के स्पर्श किए शव वाहन से अंतिम संस्कार करना है।
कोविड-19 अस्पताल में फिर पहुंचे 37 संक्रमित
पटना सिटी (आससे)। कोविड-19 अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज में सोमवार को कोरोना संक्रमित के 37 नये व 397 भर्त्ती मरीज का उपचार चल रही है। इस बात की जानकारी देते हुए अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 5771 मरीज में 4350 की रिर्पोट निग्रेटिव निकली है अब तक 476 मरीज की मौत व 2424 भर्ती मरीज ठीक होकर घर लौट गए हैं।
इस संबंध में अस्पताल के एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ मुकुल सिंह, अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह व माइक्रोबॉयोलॉजी विभागाध्यक्ष सह नोडल पदाधिकारी डॉ संजय कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि माइक्रोबॉयोलॉजी में 825 सैंपल की जांच में 355 कोरोना संक्रमित मरीज, टू-नेट-0-0 व रैपिड-0-0, आरटीपीसीआर में 825-355 है। जबकि बेड उपलब्ध-123 व कोविड-19 को हराकर 21 संक्रमित मरीज घर लौटे हैं।
वहीं गुरु गोबिन्द सिंह सदर अस्पताल के नोडल पदाधिकारी डॉ आरआर चौधरी, अधीक्षक डॉ पशुपति कुमार सिंह, प्रबंधक साबिर खान ने संयुक्त रूप से बताया कि 228 सैंपल की जांच हुयी, जिसमें रैपिड-192 में 8 कोरोना संक्रमित, आरटीपीसीआर में 36-0 है। साथ ही कंगनघाट स्थित पयर्टन सूचना केन्द्र स्थित आइसोलेशन वार्ड में 10 भर्ती मरीजों का इलाज चल रहा है। इस संबंध में अनुमंडलाधिकारी मुकेश रंजन ने बताया कि सेंटर में तत्काल 100 बेड में 90 खाली है। साथ ही अस्थायी अस्पताल में 24 घंटे दो पाली डॉक्टर, नर्स व पारा मेडिकल स्टॉफ तैनात हैं।
एम्स में 12 की मौत
फुलवारीशरीफ। पटना एम्स में सोमवार को पटना, झारखंड, शेखपुरा, मुंगेर, लखीसराय समेत 12 लोगों की मौत कोरोना से हो गयी, जबकि 23 नये कोरोना पॉजीटिव मरीजों को एडमिट किया गया है। इनमें सबसे ज्यादा पटना के पॉजीटिव मरीज हैं। एम्स कोरोना नोडल आफिसर डॉ संजीव कुमार के मुताबिक पटना एम्स में राजीवनगर के 75 वर्षीय जगतनारायण सिंह, धनबाद की 68 वर्षीय प्रमिला सिंहा, शेखपुरा के 66 वर्षीय त्रिभुवन शर्मा, कदमकुआं के 66 वर्षीय रवि भूषण, गौडिय़ा मठ की 80 वर्षीय सरोज सिंहा, बोरिग रोड के 82 वर्षीय संजय कुमार सिंहा, दीघा की 50 वर्षीय विभा शर्मा, मुंगेर के 62 वर्षीय सुबोध कुमार सिंहा, लखीसराय के 48 वर्षीय विनोद कुमार वर्मा, दीघा के 52 वर्षीय सुनील कुमार सिंहा, पत्रकारनगर की 60 वर्षीय पुष्पा देवी, जबकि हनुमान नगर के 58 वर्षीय रानेन कुमार सिंहा की मौत कोरोना से हो गयी है।
वहीं एम्स के आइसोलेशन वार्ड में 23 नये कोरोना पॉजीटिव मरीजों को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया है, जिसमें पटना के सबसे ज्यादा 18 लोगों समेत सारण, वेस्ट बंगाल, सीवान समेत अन्य जिलों के मरीज शामिल हैं। इसके अलावा एम्स में 10 लोगों ने कोरोना को मात दे दिया, जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। वहीं सोमवार शाम तक आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कुल 332 मरीजों का इलाज चल रहा था।