पटना

पटना: फुल मार्क्स 30 समझ तो नहीं जांचे गये 50 नम्बर वाले पेपर


      • फेल कर गये एमएससी सेमेस्टर-वन के सभी 46 परीक्षार्थी
      • जांच के लिए परीक्षार्थियों ने खटखटाया राजभवन का दरवाजा
      • मामला बख्तियारपुर के रामलखन सिंह यादव कॉलेज का

 (आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। इंटरनल असेसमेंट के 50 फुल मार्क्स वाले पेपर में कहीं 30 फुल मार्क्स समझ कर तो परीक्षार्थियों को नम्बर नहीं दे दिये गये?  यह सवाल फिजीक्स की एमएससी सेमेस्टर-वन की परीक्षा में एक कॉलेज के सभी 46 परीक्षार्थी छात्र-छात्राओं के फेल हो जाने के बाद उठ खड़ा हुआ है। इस मामले में परीक्षार्थी छात्र-छात्राओं ने कुलाधिपति  कार्यालय (राजभवन) का दरवाजा खटखटाया है। इसकी जांच के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सी. पी. ठाकुर ने भी कुलपति को पत्र लिखा है।

मामला पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का है। बख्तियारपुर के रामलखन सिंह यादव कॉलेज के 46 छात्र-छात्रा पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के शैक्षिक सत्र 2019-2021 की फिजीक्स की एमएससी सेमेस्टर-वन की परीक्षा में बैठे। यह परीक्षा गत एक दिसंबर से शुरू होकर सात दिसंबर तक चली थी। इसका रिजल्ट जब तीन मार्च को आया, तो फिजीक्स की एमएससी सेमेस्टर-वन की परीक्षा में शामिल सभी 46 छात्र-छात्रा चौंक उठे। चौंकने की वजह यह थी कि एक भी पास नहीं थे। सबके सब फेल थे।

मार्क्स देखने के बाद छात्र-छात्राओं को एक बात समझ में नहीं आयी कि इंटरनल असेसमेंट के 30 नम्बर के फुल मार्क्स वाले पेपर के जितने ही मार्क्स उन्हें इंटरनल असेसमेंट के 50 नम्बर के फुल मार्क्स वाले पेपर में भी कैसे मिल गये? इसे महज संयोग कहेंगे या इंटरनल असेसमेंट के 50 नम्बर के फुल मार्क्स वाले पेपर को भी 30 नम्बर का फुल मार्क्स समझने की परीक्षक की भूल?

दरअसल,  एमएससी फिजीक्स सेमेस्टर-वन में पांच पेपर होते हैं। चार पेपर में 30-30 नम्बर के इंटरनल असेसमेंट के आधार पर मार्किंग की व्यवस्था है। इन चारों पेपर में 70-70 नम्बर के थ्योरी होते हैं। इससे इतर एक पेपर में 50 नम्बर के इंटरनल असेसमेंट एवं 50 नम्बर के थ्योरी की व्यवस्था है।

तो, 46 परीक्षार्थी इसलिए फेल कर गये कि उनमें एक भी 50 नम्बर के इंटरनल असेसमेंट में पास नहीं हैं। इनमें आठ परीक्षार्थी ऐसे हैं, जिन्हें 70 नम्बर के थ्योरी, 30 नम्बर के इंटरनल असेसमेंट और 50 नम्बर के इंटरनल असेसमेंट में एक समान नम्बर हैं। यह भी परीक्षार्थियों की समझ से बाहर है कि यह संयोग है या कुछ और। ऐसे ही और भी कई सवाल हैं।

इस मामले की जांच एवं इंटरनल असेसमेंट वाली कॉपियों की जांच के लिए परीक्षार्थियों ने पहले पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति को लिखा। कोई काररवाई नहीं होते देख परीक्षार्थियों ने कुलाधिपति कार्यालय को लिखा। इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सी. पी. ठाकुर ने कुलपति को पत्र लिख कर मामले की जांच कराने का आग्रह किया है। अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि बख्तियारपुर के रामलखन सिंह यादव कॉलेज के सभी छात्रों को एमएससी फिजीक्स सेमेस्टर-वन के थ्योरी एवं प्रैक्टिकल में 18,19,20 एक समान अंक देकर फेल कर दिया गया है।