गृहमंत्री के संयुक्त सचिव के नेतृत्व में आयी है टीम, सरकार ने किया 3781 करोड़ की क्षति का दावा
(आज समाचार सेवा)
पटना। बिहार में बाढ़ से मची तबाही का जायजा लेने के दो दिवसीय दौरे पर कैद्रीय टीम यहां आयी है। मुख्य सचिव के साथ प्रारंभिक ब्रीफिंग मीटिंग के बाद क्षति का जायजा लेने के लिए दरभंगा का दौरा कर रही है। छह सदस्यीय टीम का नेतृत्व केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव राज कुमार सिंह कर रहे हैं। मंगलवार को भागलपुर में टीम रहेगी तथा देर शाम पटना पहुंच मुख्य सचिव के साथ विमर्श करेगी। इस बीच केंद्रीय टीम के समक्ष आपदा प्रबंधन के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य में असमय बाढ़ से अब तक ३७८१ करोड़ की क्षति होने की बात बताते हुए केंद्र से इसकी पूर्ति करने का अनुरोध किया है।
प्रारंभिक बैठक के बाद अपर मुख्य सचिव आपदा प्रबंधन प्रत्यय अमृत ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए बताया तकि बाढ़ से राज्य के अंदर व्यापक क्षति हुई है। फसलें नष्ट हो गयी है। सडक़ें पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हो गयी है। कई जिलों में सडक़ों पर पानी चढ़ जाने के कारण अभी भी आवागमन प्रभावित है। किसानों की फसल मारी गयी है। बड़े क्षेत्र में किसान खरीफ फसल तक नहीं लगा सके। अभी भी बड़ी आबादी बाढ़ की चपेट में है। वैसे राज्य के अंदर सिंतबर माह में बाढ़ का असर रहता है। अभी तो प्रथम सप्ताह है। बाढ़ का संकट टला नहीं है। अभी तो १८-१९ दिन बाकी है।
अपर मुख्य सचिव ने राज्य में हुई क्षति का जिक्र करते हुए बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग को ११६८.५९ करोड़, कृषि विभाग को ६६१.१६ करोड़, पशु एवं मत्स्य संसाधन को ४.०४ करोड़, पथ निर्माण विभाग को २०३.१४ करोड़, ग्रामीण कार्य को २३४.७० करोड़, जल संसाधन को १५०० करोड़, ऊर्जा विभाग को १४.३७ करोड़ तथा पीएचइडी को ७.८६ करोड़ की क्षति का प्राक्कलन है। केंद्रीय टीम कल शाम पटना पहुंच एक बार फिर मुख्य सचिव के साथ बैठेगी। उस बैठक में टीम को एक बार फिर क्षति का अंतिम ब्यौरा दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि आज की प्रारंभिक बैठक में सभी विभागों के विभागीय प्रमुख ने अपने-अपने विभाग की क्षति का जिक्र करते हुए ब्यौरा दिया।
अपर मुख्य सचिव ने केंद्रीय टीम को बताया कि वर्तमान में राज्य के १५ जिले यथा मुजफ्फरपुर, दरभंगा, खगडिय़ा, सहरसा, पटना, वैशाली, भागलपुर, सारण, कटिहार, मुंगेर, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज एवं मधेपुरा के ८३ प्रखंड अंतर्गत ४०० पंचायत की लगभग २० लाख की आबादी बाढ़ का दंश झेल रहे हैं। बाढ क़े चलते ५३ लोगों की मौत हुई है। बाढ़ के कारण सडक़ मार्ग औार रेल मार्ग भी प्रभावित है। समस्तीपुर मंडल में अभी रेल परिचालन प्राय: ठप है। कई गाडिय़ो का परिचालन निरस्त कर दिया गया है तथा लगभग एक दर्जन ट्रेनों को मार्ग बदल कर परिचालन कराया जा रहा है।
बाढ़ पीडि़तों के सहायतार्थ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की २५ टीम लगी हुई है। सात लाख ९५ हजार ५३८ परिवारों के बीच जीआर मद में ४७७.३२ करोड़ वितरित की गयी है। बाढ़ से हुई वास्तविक क्षति कास आकलन पानी के निष्क्रमण के बाद ही सही रुप से पता चल सकेगा।