पटना

पटना: चार सालों में भी नही बना सकरैचा का उपस्वास्थ्य केंद्र


      • 2017 में गणतंत्र दिवस के मौके पर सीएम ने की थी उप स्वास्थ्य केंद्र निर्माण की घोषणा
      • 2019 में निर्माण कार्य शुरू हुआ, आज तक अधूरा निर्माण नही हुआ पूरा
      • इलाज के लिए सकरैचा के लोगों को 20 किलोमीटर दूर फुलवारी स्वास्थ्य केंद्र आना पड़ता है

फुलवारी शरीफ (पटना)। एक तरफ कोरोना महामारी में अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में लोंगो कि मौत हो रही है तो संक्रमण की चपेट में आये लोगो को समुचित चिकित्सा मुहैया नही हो पा रहा है। वहीं पटना के फुलवारी शरीफ प्रखंड अंतर्गत सकरैचा का उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य आधा अधूरा छोड़ दिया गया है। स्वास्थ उपकेन्द्र का निर्माण कार्य बंद है जिसके कारण यहाँ के ग्रामीणों में काफी गुस्सा है। ग्रामीण कहते है अगर समय पर उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण पूरा हो जाता तो इस आपदा में हमलोगों का एक मात्र सहारा यह स्वास्थ्य केन्द्र रहता। यहां के लोगो को बीमार पड़ने पर आज भी नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र फुलवारी शरीफ लगभग 20 किलोमीटर दूरी पर प्रखण्ड मुख्यालय कैम्पस में जाना पड़ता है।

बता दें कि सकरैचा उपकेन्द्र का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 26 जनवरी 2017 को किये थे। बीएमएसआईसी के द्वारा यह निर्माण कार्य पूरा करना था। जिसका टेन्डर उपेन्द्र कुमार चौधरी ने लिया था। कोरोना एंव मुख्यमंत्री की बातो को अनदेखी कर विभाग और ठेकेदार अपनी मनमानी कर रहे है। सरकार किसी भी कार्य का समय सीमा बनाती है ग्रामीण यह जानना चाहते है की क्या इस कार्य का कोई समय सीमा नही थी अगर थी तो बीएमएसआईसी के दोषी अधिकारी और ठेकेदार पर कार्यवाई क्यों नही किया गया। सीएम द्वारा शिलान्यास के दो सालों बाद वर्ष 2019 जनवरी में इस उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य शुरू हुआ लेकिन अगले दो सालों में डोर लेबल तक ही निर्माण कार्य अधूरा छोड़ा हुआ है।

इस सम्बंध में मुखिया संतोष कुमार से बातचीत करने पर राशि के अभाव में निर्माण कार्य अधूरा रहने की जानकारी दी गयी।  सकरैचा मुखिया संतोष कुमार ने बताया कि ठेकेदार उपेन्द्र चौधरी से बात हुई थी, उनका कहना था की विभाग के द्वारा उन्हें भुगतान नही किया जा रहा है। साथ ही विभाग के जेई ब्रजेश से बात हुई तो उन्होंने केवल आश्वासन देते हुए बताया कि निर्माण कार्य प्रारंभ हो जायेगा लेकिन दुर्भाग्य है कि आज चार साल बाद भी उप स्वास्थ्य केन्द्र बन कर तैयार नही हो पाया है।